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शुभान आलम ने 1.25 करोड़ रख बिंदु गंझू को पकड़वाया!

सुरजीत सिंह रांची :सरकार ने चतरा के टंडवा में अवैध वसूली व लाखों रुपये के साथ बिंदु गंझू की गिरफ्तारी के मामले की सीआइडी जांच का आदेश दिया है. सूत्रों के मुताबिक, सरकार के स्तर से जारी आदेश में कई बिंदुओं पर जांच करने काे कहा गया है. यह भी कहा गया है कि टंडवा […]

सुरजीत सिंह

रांची :सरकार ने चतरा के टंडवा में अवैध वसूली व लाखों रुपये के साथ बिंदु गंझू की गिरफ्तारी के मामले की सीआइडी जांच का आदेश दिया है. सूत्रों के मुताबिक, सरकार के स्तर से जारी आदेश में कई बिंदुओं पर जांच करने काे कहा गया है. यह भी कहा गया है कि टंडवा में शुभान आलम कौन है? क्या यह सच है कि शुभान आलम ही रघुराम रेड्डी, टीपीसी प्रमुख ब्रजेश गंझू और स्थानीय पुलिस-प्रशासन के बीच लायजनर की भूमिका में है? चतरा जिले में शुभान आलम की क्या गतिविधि है? क्या बिंदु गंझू को लेवी का 1.25 करोड़ रुपये देकर भेजनेवाला और पुलिस को सूचना देकर पकड़वानेवाला शुभान आलम ही ताे नहीं है?

अगर यह तथ्य सही है, तो शुभान अालम, टीपीसी प्रमुख और स्थानीय पुलिस-प्रशासन की गतिविधियों की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट दें.

टंडवा व पिपरवार में लेवी वसूली का बड़ा खेल
सूत्रों के मुताबिक, सरकार की एक एजेंसी ने रिपोर्ट दी है कि चतरा के टंडवा और पिपरवार में लेवी वसूली का बड़ा खेल हो रहा है. ट्रांसपोर्टरों से हर माह 10 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली हो रही है. इस राशि का बंटवारा टीपीसी, पुलिस प्रशासन समेत अन्य लाेगाें के बीच होता है. बिंदु गंझू के पकड़े जाने को लेकर भी रिपोर्ट में कई तथ्यों का जिक्र है.
11 जनवरी को हुई 1.49 करोड़ की बरामदगी
इस बीच 11 जनवरी 2016 को चतरा पुलिस ने टंडवा में कई जगहों पर छापेमारी कर 1.49 करोड़ रुपये बरामद किये हैं. रुपये के साथ पकड़े गये लोगों को पुलिस ने उग्रवादी संगठन टीपीसी का अादमी बताया है. हालांकि टीपीसी ने इससे इनकार किया है. टीपीसी ने 12 जनवरी को जारी प्रेस बयान में कहा है कि पुलिस संगठन को बदनाम कर रही है. जो रुपये बरामद किये गये हैं, वह मजदूरों के थे. इस मामले में जो लोग गिरफ्तार किये गये हैं, उनका टीपीसी से कोई संबंध नहीं है.
30 नवंबर को पकड़ा गया था बिंदु गंझू
30 नवंबर 2015 को चतरा पुलिस ने बिंदु गंझू को गिरफ्तार किया था. उसके पास से पुलिस ने 22 लाख रुपये बरामद किये थे. चतरा पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि बिंदु गंझू लेवी के 22 लाख रुपये माओवादी जोनल कमांडर को पहुंचाने जा रहा था. सूचना मिलने पर रास्ते में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया, लेकिन सरकार के आदेश में बिंदु गंझू की गिरफ्तारी के मामले में 1.25 करोड़ रुपये का जिक्र किया गया है. बिंदु गंझू कि गिरफ्तारी के वक्त भी रुपये की बरामदगी को लेकर सवाल उठे थे. सीनियर पुलिस अफसरों के बीच चर्चा थी कि बिंदु के पास से अधिक राशि मिली थी. यह भी सवाल उठा था कि जिस बिंदु गंझू को मार्च 2015 को चतरा पुलिस ने टीपीसी का आदमी बता कर गिरफ्तार किया था और जेल भेजा गया था, वह आठ माह में ही माओवादी समर्थक कैसे बन गया. इतनी जल्दी वह जेल से कैसे निकल आया.
टीपीसी सुप्रीमो ब्रजेश गंझू, मुकेश, आक्रमण व कोहराम पर केस
टंडवा (चतरा). टंडवा में सोमवार को बरामद हुए लेवी के डेढ़ करोड़ रुपये के मामले में टीपीसी के सुप्रीमो ब्रजेश के अलावा मुकेश, आक्रमण व कोहराम को काे भी नामजद अभियुक्त बनाया गया है़ दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि उक्त राशि टीपीसी के लेवी की थी़ एसपी एसके झा के निर्देश पर लावालौंग में सोमवार की देर रात पुलिस ने ब्रजेश गंझू, कोहराम व आक्रमण के आवास पर भी छापामारी की. पुलिस ने जिप अध्यक्ष ममता देवी व प्रमुख नीलम देवी के घर के बाहर खड़े वाहनों की भी जांच की. इस बीच साेमवार काे लेवी राशि के साथ गिरफ्तार प्रदीप वर्मा, मुनेश गंझू, बिनोद गंझू व बीरबल मुंडा काे मंगलवार काे जेल भेज दिया गया.

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