रांची : राज्य के 27 शहरों के लिये तैयार किये जा रहे मास्टर प्लान में परामर्शी कंपनी मार्स प्लानिंग एंड इंजीनियरिंग सर्विस प्राइवेट लिमिटेड ढिलायी बरत रही है. कंपनी द्वारा तैयार किये जा रहे 27 में से 18 मास्टर प्लान में ढेरों खामियां पायी गयी है. ज्यादातर मास्टर प्लान जनसंख्या का गलत आकलन करते हुए […]
रांची : राज्य के 27 शहरों के लिये तैयार किये जा रहे मास्टर प्लान में परामर्शी कंपनी मार्स प्लानिंग एंड इंजीनियरिंग सर्विस प्राइवेट लिमिटेड ढिलायी बरत रही है. कंपनी द्वारा तैयार किये जा रहे 27 में से 18 मास्टर प्लान में ढेरों खामियां पायी गयी है. ज्यादातर मास्टर प्लान जनसंख्या का गलत आकलन करते हुए तैयार किया गया है.
साहेबगंज के लिए तैयार किये गये मास्टर प्लान में तो जनसंख्या के आंकड़ों का उल्लेख ही नहीं किया गया है. नगर विकास विभाग ने तैयार किये जा रहे मास्टर प्लान में ऐसी ही कई खामियों को पकड़ा है. कई शहरों के मास्टर प्लान में आंकड़ों और जानकारी को डिजिटाइज करने का काम भी नहीं किया गया है. नगर विकास द्वारा कंपनी को गलतियां सुधार कर ड्राफ्ट मास्टर प्लान जल्द तैयार करने का निर्देश दिया गया है.
मास्टर प्लान पर खर्च हो रहे हैं करोड़ों
राज्य के शहरों के विकास के लिए सरकार मास्टर प्लान तैयार करा रही है. इस पर करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं. 27 शहरों का मास्टर प्लान बनाने वाली कंपनी मार्स को ही एक करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जा रहा है. बावजूद इसके परामर्शी कंपनी मास्टर प्लान को सही तरीके से तैयार नहीं कर रही है.
मालूम हो कि फरवरी 2015 में मार्स को सभी शहरों का मास्टर प्लान तैयार करने के लिये परामर्शी नियुक्त किया गया था. काम करने की अवधि एक वर्ष तय की गयी थी. 28 फरवरी को अवधि समाप्त हो रही है. नगर विकास विभाग ने मंगलवार को मास्टर प्लान तैयार करने के लिए अब तक किये गये कार्यों की समीक्षा के लिये बैठक भी बुलायी है.