रांचीः स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह ने रविवार को रिम्स का औचक निरीक्षक किया. वह सुबह 10.45 बजे रिम्स के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे. सबसे पहले चिकित्सक कक्ष गये, वहां एक चिकित्सक था. बेड पर चादर बिछी हुई थी, लेकिन फटी हुई.
मंत्री ने नर्स को बुलाया, पूछा, क्या ऐसी चादर बिछायी जाती है. निरीक्षण की जानकारी होते ही निदेशक एवं अधीक्षक इमरजेंसी वार्ड पहुंचे. चादर दिखाते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने निदेशक एवं अधीक्षक से कहा कि यह है आपकी व्यवस्था. मरीजों को ऐसी सुविधाएं दी जा रही हैं.
डांटना उपाय नहीं है
स्वास्थ्य मंत्री ने निरीक्षण के बाद पत्रकारों को बताया कि मैं रिम्स की व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हूं. सरकार पैसा देती है, लेकिन अस्पताल की व्यवस्था सुधर नहीं रही है. इमरजेंसी वार्ड में निरीक्षण के दौरान निदेशक कर्मचारियों को डांट रहे थे, लेकिन डांटने से व्यवस्था नहीं सुधरती है. रिम्स में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के लिए प्रयास कर रहा हूं, 15 दिन के अंदर व्यवस्था बदल जायेगी.
सुपर स्पेशियलिटी पर तीन को फैसला
स्वास्थ्य मंत्री ने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के भवन का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान मंत्री वार्ड में की गयी व्यवस्था की जानकारी ली. निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि उपकरण खरीदा जा रहा है. तीन दिसंबर को दिल्ली जा रहा हूं, वहां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिल कर उदघाटन का समय तय करने का प्रयास करूंगा.
नर्स नहीं आती है हुजूर
रिम्स इमरजेंसी के पास स्वास्थ्य मंत्री से मरीज का एक परिजन अपना दुखड़ा रोने लगा. उस समय निदेशक एवं अधीक्षक भी मौजूद थे. परिजन ने कहा कि उसके मरीज की न्यूरो विभाग में मौत हो गयी, लेकिन रात भर नर्स देखने तक नहीं आयी. यह सुनते ही स्वास्थ्य मंत्री ने रिम्स अधिकारियों से कहा कि यह है आपके अस्पताल की सच्चई. जनता बता रही सच.