रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बच्चों तक उनके अधिकार कैसे पहुंचे, इस पर काम करने की जरूरत है. बच्चों को सशक्त बनाना होगा. बच्चे भी मेहनत करें और बुलंदियों तक पहुंचने का प्रयास करें. इक्कीसवीं सदी में शिक्षा महत्वपूर्ण है. इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री बुधवार को बाल अधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित बाल उत्सव -हमारा बचपन हमारा अधिकार- में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे.
कार्यक्रम का आयोजन झारखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग के तत्वावधान में आर्यभट्ट सभागार में किया गया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की बच्चियां काफी बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं. सरकार और कस्तूरबा विद्यालयों को खोलने का प्रयास कर रही है. इसके लिए केंद्रीय वित्त मंत्री से सहायता मांगी गयी है. हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने कहा कि आने वाला समाज तभी खुशहाल होगा जब हम बच्चों तक उनके अधिकार पहुंचायेंगे. समारोह को झारखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष रूपलक्ष्मी मुंडा एवं सदस्य संजय मिश्र ने भी संबोधित किया.
कार्यक्रम में बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये. आशा संस्था के बच्चों ने रवींद्रनाथ टैगोर का नाटक तोते की शिक्षा का मंचन किया. दीपशिखा की बच्चियों ने नृत्य पेश किया. विकास भारती, कस्तूरबा गांधी विद्यालय तथा अन्य संस्थाओं के बच्चों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में विकास भारती के सचिव अशोक भगत, यूनिसेफ के झारखंड प्रमुख जॉब जकारिया सहित अन्य उपस्थित थे.