रांची: झारखंड राज्य महिला आयोग की नवनियुक्त अध्यक्ष और दो सदस्यों ने सोमवार को अपना पदभार संभाल लिया. दो महीने से आयोग में अध्यक्ष और सदस्य का पद रिक्त था. सात नवंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्ववाली सरकार ने साहित्यकार महुआ माजी को महिला आयोग का अध्यक्ष और अधिवक्ता किरण कुमारी व शबनम परवीन को सदस्य नियुक्त किया था. पदभार संभालने के बाद अध्यक्ष समेत सदस्यों ने कर्मचारियों से आयोग के कार्यो की जानकारी ली. आगे के कार्यक्रमों का प्रारूप तैयार किया. 25 नवंबर से लंबित मामलों की सुनवाई तय की. अध्यक्ष व सदस्यों ने लंबित मामलों के बारे भी जानकारी ली. अध्यक्ष ने कहा कि आयोग महिलाओं की हर संभव मदद करेगा.
प्रयास करूंगी कि परिवार न टूटे : महुआ : मैं सरकार की आभारी हूं कि उन्होंने आयोग की अध्यक्ष का महत्वपूर्ण पद दिया. मैं कोशिश करूंगी कि अपना कार्य 100 फीसदी सही कर सकूं. सभी जिलों में मोबाइल कोर्ट के माध्यम से मामलों की सुनवाई की जायेगी. झारखंड में महिलाओं की क्या समस्या है, उसे जानने व हल करने का प्रयास करूंगी. पति-पत्नी में मनमुटाव या झगड़ा से किसी परिवार की एकजुटता समाप्त होती है. मेरा प्रयास होगा कि परिवार नहीं टूटे. उन्हें कोर्ट जाने की नौबत न आये. राज्य की महिलाओं को उनका हक मिले. हर महिला जागरूक हो, यह आयोग की प्राथमिकता होगी.
अच्छी नहीं है महिलाओं की स्थिति : किरण : झारखंड में महिलाओं की स्थिति अच्छी नहीं है. खास कर ग्रामीण महिलाओं की, जिसे हमें ठीक करना है. जितना बन सकेगा, उतना करूंगी. मैं झालसा से जुड़ी हूं. इसलिए महिलाओं से जुड़े मामलों को अच्छे तरीके से जानती हूं. यहां कानूनी जागरूकता कैंप लगाना जरूरी है. महिलाओं के हित में बेहतर काम करना मेरी प्राथमिकी होगी.
महिलाओं के लिए शिक्षा जरूरी : शबनम : महिलाओं की शिक्षा के क्षेत्र में मैंने कई कार्य किये हैं. अपनी संस्था द्वारा कई मेडिकल कैंप लगाया, जिसमें गरीब और आदिवासी महिलाओं को लाभ पहुंचाया. झारखंड की पीड़ित महिलाओं को कैसे ज्यादा से ज्यादा न्याय मिले व लंबित मामले की त्वरित सुनवाई हो, मेरी प्राथमिकता रहेगी.
किरण कुमारी : सदस्य
किरण कुमारी कोडरमा की निवासी हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा कोडरमा में ही हुई. उन्होंने रांची छोटानागपुर लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई पूरी की. अभी कोडरमा में प्रैक्टिस कर रही हैं. कोडरमा में 1989 से 1992 तक अपर लोक अभियोजक के रूप में कार्यरत रही. 2002 से 2009 तक लोक अभियोजक के पद पर रही. किरण अधिकतर महिलाओं का केस लड़ती रही हैं. वह कोडरमा महिला कोषांग की सदस्य भी हैं.
शबनम परवीन : सदस्य
शबनम परवीन बोकारो की रहनेवाली हैं. इमामुल हाईकॉन लॉ कालेज, बोकारो से लॉ की पढ़ाई की है. वह साक्षरता अभियान में ब्लॉकस्तर की सचिव रह चुकी हैं. सर्वशिक्षा अभियान में राज्य स्तरीय ट्रेनर का भी काम किया है. गैर सरकारी संस्था महिला उत्थान समिति की शबनम सचिव भी रह चुकी हैं. यह संस्था महिलाओं की शिक्षा के लिए कार्य करती है.