उम्मीदवारों के आमरण स्थल पर सिल्ली के विधायक अमित महतो भी पहुंचे अौर उनका नैतिक समर्थन दिया. विधायक ने राज्यपाल व सरकार से उम्मीदवारों को न्याय दिलाने का आग्रह किया. दिन के साढ़े 10 बजे से सभी प्रभावित उम्मीदवार अपने हाथों में पोस्टर लेकर अनशन पर बैठे.
वे एक दिसंबर से होनेवाले साक्षात्कार को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं. उम्मीदवारों का कहना है कि आयोग ने नियम विरुद्ध 618 उम्मीदवारों की उत्तरपुस्तिका को रिजेक्ट कर दिया है़ आयोग इसका ठोस कारण भी नहीं बता रहा है. उम्मीदवार रिजल्ट को रिजेक्ट करने की जगह पास या फेल करने की मांग कर रहे हैं. मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा इस मामले की जांच का जिम्मा कार्मिक सचिव को दिया गया है, इसके बावजूद जांच नहीं की जा रही है.
दिन में मुख्य सचिव ने आंदोलन कर रहे उम्मीदवारों को वार्ता के लिए बुलाया. चार उम्मीदवारों ने उनको वस्तुस्थिति से अवगत कराया. मुख्य सचिव ने उनको आश्वस्त किया कि इस मामले में सरकार शीघ्र ही निर्णय लेगी. वार्ता में कोई हल नहीं निकला़ इधर रात नौ बजे पुिलस धरनास्थल पर पहुंची और उनको वहां से हटने को कहा़ विरोध करने पर विधायक अमित महतो सहित अनशनकारियों को बस में बिठाकर कोतवाली थाने ले गयी़ रात दस बजे उनको छोड़ दिया गया़ बाद में परीक्षार्थी राजभवन के समीप अनशन पर बैठ गये़