इलाज के अभाव में बिरहोर महिला की मौतव्यवस्था पर उठे सवाल, सीएचसी में नहीं मिली दवा, शव के साथ किया प्रदर्शन, देर शाम पहुंचे सांसदतोपचांची. आर्थिक तंगी, समुचित इलाज और सरकारी स्वास्थ केंद्र की व्यवस्था ने फिर चलकरी गांव में एक बिरहोर परिवार के सदस्य की जान ले ली़ एक माह के अंदर बिरहोर परिवार के दो सदस्यों की मौत से बिरहोर समुदाय भयभीत है. मृत मांगो बिरहोरिन (45) के पति फूलचंद बिरहोर ने बताया कि सात दिनों से उसकी पत्नी की तबीयत खराब थी. गुरुवार को अचानक तबीयत खराब होने पर वह पत्नी को लेकर सीएचसी तोपचांची गये. जहां चिकित्सकों ने परचा थमा कर दवाइयां बाहर से लेने की सलाह दी. पैसे के अभाव में वह दवा नहीं ले सका और पत्नी को घर ले आया़ देर रात अचानक तबीयत और बिगड़ी और इलाज के अभाव में उसकी मौत हो गयी.शव के साथ धरना पर बैठे बिरहोरएक माह में दो सदस्यों की मौत से तिलमिलाये बिरहोर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, चलकरी के समक्ष शव के साथ धरना पर बैठ गये. शाम में बीडीओ अब्दुस समद, बीपीओ जीतेंद्र कुमार, मो समसुद्दीन चलकरी पहुंच आर्थिक मदद दी. मरने पर लगता है जमावड़ाबिरहोर परिवार के मुखिया बड़ा सुकर बिरहोर ने बताया कि दस दिन पूर्व डीसी, केंद्रीय स्वास्थ्य टीम ने गांव पहुंच कर यहां के हालात से रूबरू हुए थे. पहुंचने के पहले स्वास्थ केंद्र में परदा, पीने का पानी, दवा, ऑक्सीजन, किराये का एंबुलेंस आदि सुविधा दिखायी गयी. टीम के जाते ही सारी व्यवस्था पहले की तरह हो गयी. कहां कि गांव में कई बीमार हैं. शनिचरिया बिरहोरिन का फैक्चर है, लेकिन इलाज नहीं हो पा रहा है. केंद्रीय टीम के निर्देश भी उसके काम नहीं आ रहा है. मरने पर गांव में लोगों का जमावड़ा लगता है और घोषनाएं की जाती हैं. देर शाम सांसद रवींद्र कुमार पांडेय शोक संतप्त बिरहोर परिवार से मिलने गांव पहुंचे. सांसद ने कहा कि बिरहोरों के उत्थान के लिए राज्य सरकार से बात कर उसे धरातल पर उतारने का काम जल्द किया जायेगा़ सांसद ने परिवार को आर्थिक मदद की.
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इलाज के अभाव में बिरहोर महिला की मौत
इलाज के अभाव में बिरहोर महिला की मौतव्यवस्था पर उठे सवाल, सीएचसी में नहीं मिली दवा, शव के साथ किया प्रदर्शन, देर शाम पहुंचे सांसदतोपचांची. आर्थिक तंगी, समुचित इलाज और सरकारी स्वास्थ केंद्र की व्यवस्था ने फिर चलकरी गांव में एक बिरहोर परिवार के सदस्य की जान ले ली़ एक माह के अंदर बिरहोर परिवार […]
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