रांची: गुमला स्थित पालकोट की एक लड़की अपनी सहेली सुचिता के कहने पर घरवालों को बताये बगैर रांची पहुंची थी. रांची लाने के बाद उसकी सहेली ने उसे दूसरे के हाथों बेच दिया. धुर्वा में अनिता नाम की दलाल व उसके पति ने उसे कुछ दिनों तक कैद में रखा.
बाद में उसे धनबाद ले जाकर पिंकी नामक महिला के हवाले कर दिया गया. वहां से उसे दुर्गापुर ले जाया गया. वहां उसे काम पर लगा दिया गया. चार माह बाद लड़की किसी तरह वहां से भाग निकली. वर्धमान चाइल्ड लाइन की मदद से उसे छोटानागपुर सांस्कृतिक संघ को सौंपा गया. संघ ने उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया. लड़की की घर वापसी में रवींद्र नाथ, हेमा धान, सुषमा व महुआ ने सक्रिय भूमिका निभायी.
कमेटी गठित: जनता मजदूर यूनियन की बैठक सोमवार को यूनियन कार्यालय में उमाशंकर सिंह की अध्यक्षता में हुई. बैठक में संगठन को मजबूत करने के लिए सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया. कमेटी एचइसी के प्लांटों में जाकर सदस्यता अभियान चलायेगी और कर्मियों को यूनियन से जोड़ने के लिए प्रेरित करेगी.