रांची: राज्य में सुखाड़ की जमीनी हकीकत का भाजपा आकलन करायेगी. इसके बाद सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप कर किसानों की समस्याओं के समाधान को लेकर अपना सुझाव देगी. इसको लेकर 10 अक्तूबर को सभी जिलों में भाजपा किसान मोरचा की बैठक बुलायी गयी है. बैठक में मोरचा पदाधिकारियों के साथ सभी जिलों के अध्यक्ष हिस्सा लेंगे.
भाजपा कार्यकर्ता और मोरचा के सदस्य जिलों में सुखाड़ की जमीनी हकीकत के साथ-साथ अधिकारियों से मिल कर अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे. 14 अक्तूबर को प्रदेश स्तर पर बैठक होगी. इसके बाद सरकार को जरूरी कदम उठाने के लिए पार्टी की ओर से सुझाव दिया जायेगा. यह निर्णय बुधवार को भाजपा किसान मोरचा की बैठक में लिया गया. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र राय ने कहा कि सरकार और संगठन पूरी तरह से किसानों के साथ खड़े हैं. पार्टी किसानों को हक व अधिकार दिलाने का काम करेगी. खनिजों से परिपूर्ण होने के बावजूद झारखंड का सामान्य जनजीवन कृषि से प्रभावित होता है. कम वर्षा होने के कारण इस बार किसान गंभीर संकट के दौर से गुजर रहे हैं. पार्टी सिर्फ सरकारी अफसरों की रिपोर्ट पर भरोसा नहीं करेगी. कार्यकर्ता जमीनी हकीकत का जायजा लेंगे. यही नहीं धान की खेती के बाद होने वाली फसल आलू, गेहूं, तेलहन व चना की खेती में किसानों को क्या मदद की जा सकती है, इसको लेकर रणनीति बनानी चाहिए. किसानों को फसल बीमा का लाभ मिलना चाहिए.
मोरचा के प्रदेश अध्यक्ष ओम सिंह ने कहा कि सुखाड़ की स्थिति पर प्रशासन की ओर दिया गया आंकड़ा सही नहीं है. सरकार तक सही जानकारी पहुंचाने के लिए मोरचा सभी जिलों में आकलन करायेगी. प्रदेश प्रभारी प्रेम सिंह ने कहा कि वैकल्पिक खेती के लिए सिंचाई की व्यवस्था करने की जरूरत है. किसानों को डीजल में सब्सिडी देने के साथ-साथ बैंक से सरल तरीके पर लोन उपलब्ध कराने के लिए सरकार को व्यवस्था करनी चाहिए. बैठक में अखिलेश्वर महतो, अमृतेश सिंह चौहान, टुन्नू उपाध्याय, रमेश हर्षधर, चंद्रभूषण साह, छत्रधारी महतो, अशोक शर्मा, संजय पोद्दार, दयानंद, अनुरंजन रवि मोदी, अनूप जोशी, विरेंद्र, पप्पु पंडित, अरुण महतो, राजेंद्र पांडेय समेत कई लोग उपस्थित थे.