रांची : रांची विवि अंतर्गत केंद्रीय पुस्तकालय का अॉटोमेशन किया जायेगा. पुस्तकालय परिसर को रेडियो फ्रिक्वेंशी से जोड़ा जायेगा. पुस्तकालय में रखी लगभग डेढ़ लाख पुस्तकों को रेडियो फ्रिक्वेंशी से जोड़ा जायेगा. इसके लिए प्रत्येक पुस्तक में चिप की तरह का एक उपकरण लगाया जायेगा. कमरे से बिना इजाजत के पुस्तक बाहर ले जाने पर अलार्म बजने लगेगा. इससे चोरी की संभावना कम हो जायेगी. साथ ही विद्यार्थियों को पुस्तकें खोजने, लेने व जमा करने में भी आसानी होगी. समय की बचत होगी. सभी विद्यार्थियों को इसके लिए रेडियो फ्रिक्वेंशी आइडी नंबर दिये जायेंगे. इससे विद्यार्थी की पुस्तक के साथ पहचान हो सकेगी. सभी पुस्तकों का डिजिटाइजेशन भी होगा.
इसी तरह विवि अंतर्गत 22 पीजी विभागों व 15 कॉलेज लाइब्रेरी की सभी पुस्तकों का भी डिजिटाइजेशन किया जायेगा. इससे विद्यार्थियों को रिसर्च करने में सुविधा होगी. देश-विदेश के जर्नल की मदद मिल सकेगी. केंद्रीय पुस्तकालय सहित पीजी व कॉलेजों में लाइब्रेरी को अपग्रेड करने व नयी व्यवस्था से जोड़ने के लिए राज्य सरकार ने लगभग तीन करोड़ रुपये दिये हैं. बुधवार को कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता पुस्तकालय समिति की बैठक भी हुई.
इसमें कुलपति ने अधिकारियों को शीघ्र ही अॉटोमेशन व डिजिटाइजेशन करने का निर्देश दिया. पुस्तकालय में विद्यार्थियों के बैठने की जगह बढ़ाने व सुविधा देने का भी निर्देश दिया गया. बैठक में सीसीडीसी डॉ पीके सिंह, साइंस डीन डॉ अंजनी कुमार श्रीवास्तव, डीन ह्यूमनिटिज डॉ एसएनपी सिंह शाही, कॉमर्स डीन डॉ बीएम साहु, राजनीतिशास्त्र के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो एसपी सिंह, प्रो केपी मिश्र, एसके कर्ण व अन्य उपस्थित थे.