रांची: कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आइओसीएल) झारखंड में नेचुरल गैस की खोज करेगी. इसके लिए सर्वे की अनुमति राज्य सरकार से मांगी गयी है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित हाइ पावर कमेटी के समक्ष आइओसीएल के साथ एमओयू का प्रस्ताव पेश किया गया. आइओसीएल द्वारा बताया गया कि छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में नेचुरल गैस के सर्वे के लिए एमओयू किया गया है. मुख्य सचिव ने एमओयू की प्रति देखने के बाद झारखंड के साथ एमओयू पर सहमति दे दी है.
गगन स्पंज आयरन लिमिटेड ने अपना नाम गगन इंफ्रा लिमिटेड करने का प्रस्ताव दिया था, जिस पर सहमति दी गयी है. आधुनिक पावर एंड नेचुरल रिसोर्सेज के एमओयू को अवधि विस्तार दिया गया है.
डिवाइन पावर एंड माइनिंग कॉरपोरेशन व कॉस्मिक एनर्जी की ओर से कहा गया कि दोनों को एक ही कंपनी मान कर एमओयू किया जाये. इस पर मुख्य सचिव ने बोकारो के समीप कोयला व जल की उपलब्धता का अध्ययन कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है. जल संसाधन विभाग को पानी की उपलब्धता पर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है. सीएस ने सीसीएल से पूछा है कि राज्य में प्रस्तावित पावर प्लांट के लिए कोयले की उपलब्धता हो सकती है या नहीं, इस पर एक रिपोर्ट तैयार की जाये.
मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य के लिए पावर प्लांट आवश्यक है. इससे न केवल बिजली की उपलब्धता बढ़ेगी, बल्कि बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन भी होगा. बैठक में विकास आयुक्त एके सरकार, भू-राजस्व सचिव जेबी तुबिद, ऊर्जा सचिव विमलकीर्ति सिंह, खान सचिव डीके तिवारी, वन सचिव अलका तिवारी, जल संसाधन सचिव अविनाश कुमार, उद्योग सचिव वंदना डाडेल, वाणिज्य कर सचिव मस्त राम मीणा भी उपस्थित थे.