रांची . राज्य के विभिन्न राजनीतिक दल और संगठन की ओर से तीन अक्तूबर को अलबर्ट एक्का चौक पर धरना दिया जायेगा. सुखाड़ राहत को लेकर दलों की ओर से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा जायेगा. यह निर्णय सोमवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय में विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों की बैठक में लिया गया.
बैठक में 27 सितंबर को बड़कागांव में किसानों की सभा और टंडवा में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ कार्यक्रम आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया. पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि वर्ष 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून के तहत विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी कंपनियों द्वारा जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है. किसानों के आंदोलन की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भूमि अधिग्रहण अध्यादेश वापस लेना पड़ा. उन्होंने कहा कि बड़कागंव, टंडवा, देवीपुर में भू माफिया सक्रिय हैं.
विरोध के कारण बड़कागांव व देवीपुर में किसानों पर गोली चलायी गयी. सीपीआइएम के नेता प्रकाश विप्लव ने कहा कि एक तरफ किसानों की जमीन की लूट हो रही है. वहीं दूसरी तरफ सुखाड़ ने कृषि संकट को बढ़ा दिया है. राजद के सुरेंद्र यादव ने कहा कि सुखाड़ से राहत के लिए सरकार को अविलंब कदम उठाना चाहिए. बैठक की अध्यक्षता भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव केडी सिंह ने की. इस अवसर पर आरएसपी के सचिव राधाकांत झा, मासस नेता सुशांतो मुखर्जी, महेंद्र पाठक, संस्कृति मंच के जीतन मरांडी, विस्थापन मोरचा की वासवी किड़ो ने भी अपने विचार रखे.