कॉर्डिनेशन ऑफ डेमोक्रेटिक राइट्स आर्गेनाइजेशन की सभा
रांची : देश में हो रही हिंसा और दमन के खिलाफ कॉर्डिनेशन ऑफ डेमोक्रेटिक राइट्स आर्गेनाइजेशन (सीडीआरओ) की बैठक और आमसभा रविवार को रांची में हुई. विधानसभा सभागार में हुई बैठक में मौत की सजा को समाप्त करने और राजनैतिक बंदियों को बिना शर्त रिहा करने की मांग को लेकर जनवरी में राष्ट्रीय कन्वेंशन आयोजित करने का निर्णय लिया.
दिल्ली में आयोजित इस कन्वेंशन में देश भर के नागरिक अधिकार और लोकतांत्रिक अधिकार संगठन से जुड़े प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. बैठक के बाद गोलचक्कर मैदान में आमसभा का आयोजन किया गया.
इस मौके पर मानवाधिकार कार्यकर्ता शशि भूषण पाठक ने कहा कि झारखंड में बड़े पैमाने पर खनिज संपदा का दोहन किया जा रहा है. जमीन व जंगल से किसान और आदिवासियों को बेदखल किया जा रहा है. इसकी वजह से राज्य की बड़ी आबादी को अमानवीय विस्थापन की मार झेलनी पड़ रही है.
महाराष्ट्र की मारूख अदनान वाला ने कहा कि देश में लोकतांत्रिक अधिकारों एवं प्रक्रियाओं का मखौल उड़ाया जा रहा है. इसके खिलाफ खड़े होनेवाले लोगों की आवाज दबायी जा रही है.
तेलंगाना के कुमार स्वामी ने कहा कि कॉरपोरेट कंपनियों द्वारा लोगों के जंगल और जमीन के अधिकार को छीना जा रहा है. हैदराबाद के भास्कर राव ने कहा कि औद्योगिक विकास के नाम पर जल संसाधनों का दोहन कर कॉरपोरेट कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है.
पंजाब के परमिंदर पाल सिंह ने कहा कि कमजोर तबकों के लोगों को जानबूझ कर निशाना बनाया जा रहा है. पश्चिम बंगाल के तापस चक्रवर्ती ने कहा कि सामाजिक, राजनैतिक कार्यकर्ताओं के ऊपर देशद्रोह और यूएपीए जैसे क्रूर कानूनों का प्रयोग किया जा रहा है. सभा को सुजातो भद्रो, परमजीत सिंह, मौतुली समेत अन्य लोगों ने भी संबोधित किया.