Advertisement
अंक था 49 परीक्षक ने जोड़ा 15, अंकों का योग भी नहीं कर पाते मास्टर साहब
छात्रों के भविष्य की हत्या करनेवाले लोग कैसे काम करते हैं, इसका नमूना देखिए.. इंजीनियरिंग-मेडिकल में पास व इंटर में फेल. स्पेशल स्क्रूटनी हुई, तो पता चला कि जिस विषय में 49 नंबर आये, शिक्षक ने उसमें 15 नंबर दिये थे. टोटल ठीक से किया नहीं. छात्रों के भविष्य से खेलनेवाले इन शिक्षकों पर क्यों […]
छात्रों के भविष्य की हत्या करनेवाले लोग कैसे काम करते हैं, इसका नमूना देखिए.. इंजीनियरिंग-मेडिकल में पास व इंटर में फेल. स्पेशल स्क्रूटनी हुई, तो पता चला कि जिस विषय में 49 नंबर आये, शिक्षक ने उसमें 15 नंबर दिये थे. टोटल ठीक से किया नहीं. छात्रों के भविष्य से खेलनेवाले इन शिक्षकों पर क्यों न आपराधिक मुकदमा दर्ज होना चाहिए.
सुनील कुमार झा, रांची
इंटर साइंस की परीक्षा- 2015 में पास विद्यार्थियों को फेल कर दिया गया. फेल परीक्षार्थियों ने स्पेशल स्क्रूटनी का दावा किया. फिर से उत्तरपुस्तिका की जांच की गयी, तो पता चला कि जो परीक्षार्थी पास थे, उन्हें भी फेल कर दिया गया. परीक्षक ने मूल्यांकन के दौरान अंकों के योग में भी गड़बड़ी की. विद्यार्थियों का दावा था कि वे मेडिकल व इंजीनियरिंग की परीक्षा में तो पास हैं, पर इंटर में उन्हें फेल कर दिया गया है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने परीक्षार्थियों के आवेदन पर संबंधित विषय में उनकी उत्तरपुस्तिका की स्क्रूटनी करायी. इसमें छह ऐसे छात्र पाये गये, जो संबंधित विषय में पास थे, पर परीक्षक की लापरवाही के कारण फेल हो गये थे. नौ ऐसे परीक्षार्थी पाये गये, जिनका स्क्रूटनी के बाद 10 से अधिक अंक तक की बढ़ोतरी हुई. एक परीक्षार्थी के अंक में 34 की बढ़ोतरी हुई. सबसे कम 10 अंक की बढ़ोतरी हुई.
हैं गणित के शिक्षक, जोड़ में गलती
ऐसा नहीं है संस्कृत व हिंदी विषय के शिक्षक अंकों के योग में गड़बड़ी करते हैं. गणित व भौतिकी जैसे विषय के शिक्षक भी अंकों का सही योग नहीं कर पाते. यह हालत तब हुई, जब जैक की ओर से अंकों के योग में विशेष सावधानी का निर्देश दिया गया था. इसके बाद भी शिक्षकों ने उत्तरपुस्तिका की जांच में लापरवाही बरती.
पास होने पर भी नहीं होता नामांकन
रिजल्ट में गड़बड़ी से परीक्षार्थी को काफी परेशानी होती है. इंटर का रिजल्ट 28 अप्रैल 2015 को जारी किया गया, जबकि स्पेशल स्क्रूटनी का रिजल्ट जून अंत में जारी हुआ है. इस दौरान अधिकांश कॉलेजों में नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी. फार्म वितरण बंद हो गया था. ऐसे में बाद में पास होने पर भी ये विद्यार्थी नामांकन नहीं करा पाये.
परीक्षक को शो कॉज
जैक ने अंकों के योग में गड़बड़ी करनेवाले परीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इस संबंध में शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई के लिए मानव संसाधन विकास विभाग को भी पत्र लिखा गया है. शिक्षकों से पूछा गया है कि क्यों ने उन्हें ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाये.
ब्लैक लिस्टेड किया जायेगा
स्पेशल स्क्रूटनी में अंक में काफी बदलाव आया है. अंक में 10 से अधिक अंतरवाले मामले में संबंधित शिक्षक को नोटिस जारी किया गया है. उन्हें ब्लैक लिस्टेड किया जायेगा.
एम चांद मुकिम, सचिव जैक
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement