एजेंसियां, वाशिंगटनएक अध्ययन में बताया गया गया है कि एक बार में महज 20 मिनट के योग से मस्तिष्क को तत्काल तरोताजा किया जा सकता है. अध्ययन में पाया गया कि हठ योग से व्यक्तियों की कामकाजी स्मरणशक्ति और निषेध नियंत्रण पर गति और सटीकता सुधर गयी.कामकाजी स्मरणशक्ति और निषेधात्मक नियंत्रण मस्तिष्क की कार्यप्रणाली के ऐसे दो तत्व हैं जो ध्यान केंद्रित करने और नयी सूचनाओं के संग्रहण एवं उपयोग से जुड़े हैं. यह अध्ययन युवा, महिलाओं और स्नातक विद्यार्थियों पर किया गया. सहभागियों ने योग के तत्काल बाद बेहतर प्रदर्शन किया जबकि वे उतने ही देर तक शारीरिक अभ्यास करने से उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये.संज्ञानात्मक और चित्तात्मक अवयव भी मौजूदयूनिवर्सिटी ऑफ इलिनियोस में स्नातक की छात्रा नेहा गोथे ने कहा, योग एक प्राचीन भारतीय विज्ञान एवं जीवनशैली है जिसमें न केवल शारीरिक गतिशीलता और मुद्राएं शामिल हैं बल्कि नियंत्रित श्वसन और ध्यान भी शामिल है. उन्होंने कहा, योग में संज्ञानात्मक और चित्तात्मक अवयव भी है लेकिन उसके भावी लाभों का अच्छी तरह दोहन नहीं किया गया है. योग में 20 मिनट तक शरीर की विभिन्न मुद्राएं एवं नियंत्रित श्वसन शामिल था. इन मुद्राओं से मांसपेशियों में सिकुड़न एवं खिंचाव होता है.
20 मिनट के योग से मस्तिष्क हो जाता है तरोताजा
एजेंसियां, वाशिंगटनएक अध्ययन में बताया गया गया है कि एक बार में महज 20 मिनट के योग से मस्तिष्क को तत्काल तरोताजा किया जा सकता है. अध्ययन में पाया गया कि हठ योग से व्यक्तियों की कामकाजी स्मरणशक्ति और निषेध नियंत्रण पर गति और सटीकता सुधर गयी.कामकाजी स्मरणशक्ति और निषेधात्मक नियंत्रण मस्तिष्क की कार्यप्रणाली के […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement