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महंगाई : घरों का बजट खराब कर रहा है सरसों तेल
राजकुमार रांची : राजधानी में सरसों तेल की कीमतों में गत दो महीनों में 20 से 25 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है. सरसों तेल की कीमतों में वृद्धि की झांझ से आम जनों की रसोई का बजट बिगड़ गया है.वर्तमान में बाजार में सरसों तेल 109-110 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक […]
राजकुमार
रांची : राजधानी में सरसों तेल की कीमतों में गत दो महीनों में 20 से 25 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है. सरसों तेल की कीमतों में वृद्धि की झांझ से आम जनों की रसोई का बजट बिगड़ गया है.वर्तमान में बाजार में सरसों तेल 109-110 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है. मई में यह 90 से 95 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा था, जबकि अप्रैल में 85 से 90 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा था.
बाजार में दाल सहित अन्य सामग्री की कीमतों में वृद्धि से आम जनता पहले से ही त्रस्त है. रोजमर्रा के उपयोग में आनेवाले सरसों तेल की कीमतें बढ़ने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. हालांकि तेल की कीमतों में वृद्धि का लॉजिक अभी भी आम लोगों की समझ से परे है.
व्यापारियों का मानना है कि सरसों की फसल को नुकसान पहुंचने के कारण इसकी कीमतों में तेजी आयी है. खराब मौसम की वजह से तेलहन की फसल को नुकसान पहुंचा है. फिलहाल कीमतों में गिरावट की संभावना नहीं है. जनवरी-फरवरी में नयी फसल आने के बाद ही कीमतों में कमी की संभावना है. दाम में वृद्धि के कारण कई लोग अब सरसों तेल के बजाय रिफाइन तेल का प्रयोग करने लगे हैं.
थोक मंडी में गुरुवार को सरसों तेल 107 रुपये से लेकर 108 रुपये प्रति लीटर की दर से बिका.रिफाइन तेल की कीमत स्थिर : वहीं रिफाइन तेल की कीमत स्थिर है. बाजार में इन दिनों रिफाइन तेल 78 से 80 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है. थोक मंडी में सोयाबीन तेल 1110 से लेकर 11 30 रुपये प्रति टिन की दर से बिक रहा है. वहीं पाम ऑयल 920 रुपये व डालडा 790 रुपये प्रति टिन की दर से बिक रहा है.
जमाखोरी की आशंका
तेल की कीमत में उछाल आने की वजह के पीछे जमाखोरी की वजह होने से इनकार नहीं किया जा सकता. हालांकि व्यापारियों का मानना है कि इसमें उछाल का रुख है. इससे लोग ज्यादा माल नहीं खरीद रहे है. पता नहीं कब कीमत में गिरावट हो जाय. जानकारों का मानना है कि फिलहाल इसकी कीमत गिरने की संभावना काफी कम है.
कीमतों पर अंकुश लगाए सरकार : पायल किंगर
दाल के बाद अब सरसों तेल की कीमतें आसमान छू रही है. आम लोगों का घर कैसे चलेगा. इसकी चिंता किसी को नहीं है. सरकार को चाहिए कि वे कीमतों पर अंकुश लगाए. आम लोगों को राहत दिलाने में मदद करे.
कीमत पर नियंत्रण होना चाहिए : सोनिया सुहासिनी
तेल की कीमत पर सरकार का नियंत्रण होना चाहिए. कीमत 100 रुपये पार पहुंच चुकी है. इस पर तत्काल लगाम लगाने की जरूरत है. गरीब आदमी तो इसका उपयोग नहीं के बराबर कर रहा है.
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