रांचीः हेमंत सोरेन सरकार के विश्वासमत के दौरान अनुपस्थित रहनेवाले झाविमो विधायक निजामुद्दीन अंसारी को पार्टी केजवाब का इंतजार है. पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष से निजामुद्दीन की सदस्यता खत्म करने के लिए पत्र लिखा है.
इसके जवाब में विधायक ने विस अध्यक्ष व पार्टी अध्यक्ष को पत्र लिख कर अपने आप को बेकसूर बताया है. विधायक को अब इस पत्र पर पार्टी का जवाब चाहिए. निजामुद्दीन ने कहा कि वह पूरे मामले में निदरेष हैं. विधायक दल के नेता प्रदीप यादव का रवैया ठीक नहीं है.
संगठन को अपने कब्जे में कर लिया है. संगठन पर पूरी तरह हावी हो गये हैं. यह पूछने पर कि क्या आपके मामले में दूसरे विधायकों की सहानुभूति है. निजामुद्दीन ने कहा : सभी विधायकों से संपर्क में हूं. कई विधायक मेरे साथ हैं. पार्टी छोड़ने की बात पर विधायक ने कहा: अभी कोई फैसला नहीं किया हूं. पार्टी पहले अपना फैसला सुनाये, फिर एलान करूंगा. किसी दूसरे दल में जाने को लेकर अभी कुछ नहीं कह सकता.
निजामुद्दीन अंसारी ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिख कर बताया है कि जिस दिन हेमंत सोरेन सरकार का विश्वासमत था, उस दिन वह कोलकाता में इलाज करा रहे थे. राजधनवार में तबीयत खराब होने के बाद समर्थक इलाज के लिए कोलकाता ले गये. वह बेहोशी की हालत में थे. ह्विप की जानकारी नहीं थी. उनकी सदस्यता खत्म करने के लिए लिखना लोकतांत्रिक और प्राकृतिक न्याय के खिलाफ होगा.