रांची कॉलेज के शिक्षक डॉ खुर्शीद अख्तर की डंडे से पिटाई करनेवाला छात्र घूम रहा खुलेआम
धरना पर भी बैठेंगे शिक्षक
आरोपी छात्र की गिरफ्तारी की मांग
रांची : रांची कॉलेज के शिक्षक डॉ खुर्शीद अख्तर की डंडे से पिटाई करनेवाला छात्र अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. स्थानीय लालपुर थाना में छात्र के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है, लेकिन पुलिस अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है. इसे लेकर विवि शिक्षकों में नाराजगी हैं. शिक्षकों ने कहा कि कदाचार रोकने पर शिक्षक की पिटाई करना, यह रांची विवि के इतिहास में पहली घटना है.
स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ रमेश शरण ने कहा कि मोरहाबादी कैंपस में उनकी जानकारी में गत 35 वर्षो में इस तरह की घटना नहीं हुई थी. यह निंदनीय है. इस तरह की घटना से शिक्षक व छात्रों के बीच दूरी बढ़ रही है. रांची कॉलेज पीजी टीचर संघ के प्रवक्ता डॉ एसएम अब्बास ने है कि डॉ खुर्शीद अख्तर सरकारी नौकरी छोड़ कर शिक्षक बने. डॉ अख्तर अच्छे व सख्त शिक्षक हैं. छात्र द्वारा उनसे इस तरह व्यवहार करना गलत है.
पुलिस भी उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है. कॉलेज प्रशासन भी छात्र को बचाने में जुटा है. इस तरह के उद्दंड छात्र को कॉलेज कैंपस में रहने का कोई अधिकार नहीं है. इस तरह की घटना से शैक्षणिक माहौल खराब होता है. अच्छे और बेहतर शिक्षक ही माहौल सुधारने में इस तरह की घटना के शिकार हो जाते हैं. शिक्षक उक्त छात्र को टीसी देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कॉलेज प्रशासन नियम का हवाला देकर कुछ नहीं कर रहा है. शिक्षकों ने इस तरह की घटना के विरोध में आंदोलन शुरू कर दिया है. इसके विरोध में शिक्षक पांच को धरना के साथ-साथ उपवास भी करेंगे.
सीनेटर ने दिया शिक्षकों के आंदोलन को समर्थन
रांची. रांची कॉलेज के शिक्षक के साथ मारपीट की सीनेटर प्रतुल नाथ शाहदेव ने निंदा की है. श्री शाहदेव ने पांच मई को शिक्षकों के आंदोलन का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि यह घटना शर्मनाक है. अपने कर्तव्य का निर्वहन करनेवाले शिक्षकों को विवि की ओर से सुरक्षा दी जानी चाहिए. साथ ही उन्होंने दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग भी की है.
छात्र को निष्कासित कर दिया गया है : प्राचार्य
रांची कॉलेज के प्राचार्य डॉ यूसी मेहता ने छात्र द्वारा शिक्षक को पीटे जाने की घटना को निंदनीय बताया है. उन्होंने कहा कि छात्र को परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया है. कॉलेज उसके विरुद्ध आगे की कार्रवाई भी करेगा. डॉ खुर्शीद अहमद द्वारा छात्र के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. कॉलेज ने डॉ अख्तर के आवेदन को अग्रसारित कर दिया है.
छात्र को गिरफ्तार किया जायेगा: थाना प्रभारी
लालपुर थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद ने इस संदर्भ में पूछे जाने पर बताया कि डॉ अख्तर ने छात्र के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें छात्र द्वारा उनके साथ मारपीट की घटना का जिक्र किया गया है. पुलिस उक्त छात्र की तलाश कर रही है. शीघ्र ही उसे गिरफ्तार किया जायेगा. उसके खिलाफ उचित कार्रवा्रई की जायेगी.
आज सामूहिक अवकाश पर रहेंगे शिक्षक
रांची : रांची कॉलेज और स्नातकोत्तर विभाग के शिक्षक पांच मई को सामूहिक अवकाश पर रहेंगे. पांच मई को कक्षाएं नहीं लेंगे. साथ ही रांची कॉलेज परिसर में सुबह साढ़े 10 बजे से धरना पर बैठेंगे. ये शिक्षक पिछले दिनों रांची कॉलेज के शिक्षक डॉ खुर्शीद अख्तर से मारपीट के मामले में दोषी छात्र की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. डॉ अख्तर ने छात्र को परीक्षा में कदाचार के आरोप में निष्कासित कर दिया था.
इससे क्षुब्ध छात्र ने परीक्षा समाप्त होने के बाद कॉलेज मुख्य द्वार के पास उन पर डंडा से हमला किया. उस वक्त डॉ अख्तर अपनी कार में घर जा रहे थे. छात्र ने डॉ अख्तर की कमीज भी फाड़ दी. अन्य शिक्षकों के हस्तक्षेप के बाद उनको बचाया गया. संघ के सचिव डॉ एलके कुंदन ने कहा कि घटना के इतने दिनों बाद भी दोषी छात्र को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है.
इधर शिक्षक संघ ने स्नातकोत्तर वनस्पतिशास्त्र विभाग के दिवंगत शिक्षक डॉ हिमवचन साहु के परिवार को पुलिस द्वारा प्रताड़ित किये जाने की घटना की भी निंदा की है. डॉ साहु के परिजनों पर अस्पताल में तोड़फोड़ का आरोप लगाया गया है.
फुटाज ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया है. फुटाज के अध्यक्ष डॉ बब्बन चौबे व प्रवक्ता डॉ मिथिलेश ने कहा कि कॉलेज प्रशासन द्वारा अब तक दोषी छात्र के खिलाफ थाना में प्राथमिकी दर्ज नहीं कराने पर शिक्षकों में क्षोभ है.
छात्र की गिरफ्तारी होनी चाहिए : डॉ अख्तर
रांची कॉलेज रसायनशास्त्र विभाग के शिक्षक डॉ खुर्शीद अख्तर ने कहा है कि 29 अप्रैल को वे वीक्षण कार्य में थे. इतिहास छठे सेमेस्टर का विद्यार्थी त्रिभुवन वेदिया नकल कर रहा था. पकड़े जाने पर उसे एक्सपेल्ड करते हुए परीक्षा कक्ष से बाहर कर दिया था. शाम में उसने रास्ते में शिक्षक की गाड़ी रोक कर मारपीट की. यह घटना शर्मनाक है. लालपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने के बावजूद अब तक उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है. कॉलेज कैंपस में इस तरह की घटना न हो, इसका ख्याल रखा जाना चाहिए. कॉलेज को शिक्षकों की सुरक्षा के लिए आगे आना चाहिए.