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एटूजेड को नियम विरुद्ध दिये करोड़ों
नगर निगम में चलता रहा है खेल, जिसे जहां मौका मिला, लग गया लूट में रांची : एटूजेड ने कचरा ढोने का झूठा दावा किया और रांची नगर निगम ने उसका सत्यापन किये बिना करोड़ों रुपये का भुगतान कर दिया. एटूजेड ने एग्रीमेंट के प्रावधानों का उल्लंघन भी किया. एग्रीमेंट के मुताबिक एटूजेड को शहर […]
नगर निगम में चलता रहा है खेल, जिसे जहां मौका मिला, लग गया लूट में
रांची : एटूजेड ने कचरा ढोने का झूठा दावा किया और रांची नगर निगम ने उसका सत्यापन किये बिना करोड़ों रुपये का भुगतान कर दिया. एटूजेड ने एग्रीमेंट के प्रावधानों का उल्लंघन भी किया. एग्रीमेंट के मुताबिक एटूजेड को शहर साफ रखने के सभी संसाधनों को खरीदने के लिए एक जनवरी 2012 तक का समय दिया गया था.
कूड़ा उठाने के एवज में उसे भुगतान किया जाना था, परंतु निगम ने एक अप्रैल 2011 (एग्रीमेंट की तिथि) से ही भुगतान करना शुरू कर दिया. जबकि एक जनवरी 2012 तक एटूजेड द्वारा केवल चार टिप्पर और 10 कंपैक्टर की ही खरीद गयी थी. जुलाई 2012 से दिसंबर 2012 तक की अविध के लिए 4.19 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया. यह भी नहीं देखा गया कि कितना कचरा उठाया गया था. निगम के स्वास्थ्य चिकित्सा पदाधिकारी की सिफारिशों के आधार पर निगम के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने भुगतान का आदेश दिया.
महालेखाकार द्वारा भुगतान पर आपत्ति जताने पर निगम द्वारा कहा गया कि दुर्गा पूजा, दीपावली जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों में सफाई कार्य के लिए जल्दबाजी में काम किया गया. सफाई व्यवस्था के प्रभावित होने के डर से परियोजना अभियंता की नियुक्ति के बगैर स्वास्थ्य चिकित्सा पदाधिकारी की सिफारिशों पर ही भुगतान कर दिया गया.
अधूरे काम के लिए भी किया गया पूरा भुगतान
एटूजेड को अधूरे काम करने पर भी पूरा भुगतान किया गया. एग्रीमेंट की शर्तो के मुताबिक ठोस कचरा प्रबंधन का पूरा काम एटूजेड को करना था. जबकि एटूजेड ने केवल कचरा उठाने और पहुंचाने का काम किया. कूड़े के प्रबंधन की दिशा में कोई कार्य नहीं किया लेकिन उसके दावे के मुताबिक लगातार भुगतान किया जाता रहा. एग्रीमेंट की शर्तो में सेवा का स्तर खराब होने पर जुर्माना का प्रावधान भी था. लेकिन, निगम ने एटूजेड की गलतियों की लगातार अनदेखी की. महालेखाकार ने एटूजेड द्वारा काम में ढिलाई बरतने के कई उदाहरण देते हुए बताया कि निगम द्वारा जुर्माना नहीं करने से भी कंपनी को काफी लाभ हुआ.
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