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नियुक्ति के बाद भी 8500 पद रिक्त
शिक्षक नियुक्त : 66 फीसदी पद पर अभ्यर्थियों ने नहीं दिया योगदान सुनील कुमार झा रांची : राज्य में कक्षा एक से पांच में नियुक्ति के बाद भी शिक्षकों के 66 फीसदी पद रिक्त रह गये. जिलों से भेजी गयी रिपोर्ट के अनुसार लगभग 4500 शिक्षकों ने योगदान दिया है. 13 हजार शिक्षकों की नियुक्ति […]
शिक्षक नियुक्त : 66 फीसदी पद पर अभ्यर्थियों ने नहीं दिया योगदान
सुनील कुमार झा
रांची : राज्य में कक्षा एक से पांच में नियुक्ति के बाद भी शिक्षकों के 66 फीसदी पद रिक्त रह गये. जिलों से भेजी गयी रिपोर्ट के अनुसार लगभग 4500 शिक्षकों ने योगदान दिया है. 13 हजार शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किये गये थे.
सभी जिलों में शत-प्रतिशत सीट के लिए चयनित अभ्यर्थी की मेधा सूची जारी की गयी थी. चयनित अभ्यर्थियों में से लगभग सात हजार अभ्यर्थी काउंसलिंग में शामिल हुए. काउंसलिंग में शामिल अभ्यर्थियों को डाक के माध्यम से नियुक्ति पत्र भेजा गया था.
नियुक्ति पत्र भेजे गये 7064 अभ्यर्थियों में से 4500 शिक्षकों ने योगदान दिया. कक्षा एक से पांच में शिक्षकों के 8500 पद रिक्त रह गये. प्राथमिक व मध्य विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया वर्ष 2011 में शुरू हुई थी. वर्ष 2011 में नियुक्ति प्रक्रिया के बीच में नियमावली में बदलाव के कारण नियुक्ति को रद्द कर दिया गया. इसके बाद फिर वर्ष 2012 में नये सिरे से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गयी.
वर्ष 2013 में शिक्षक पात्रता परीक्षा हुई. 15 नवंबर 2013 को शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गयी. 26 जनवरी 2015 को जिलों में नियुक्ति पत्र का वितरण शुरू हुआ. 23 फरवरी 2015 को सभी जिलों से नियुक्त शिक्षकों की रिपोर्ट मानव संसाधन विकास विभाग को भेजी गयी. रिपोर्ट के अनुसार लगभग 4508 शिक्षकों नेयोगदान दिया.
क्यों खाली रह गयी सीटें
शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2012 के अनुसार एक समान द्वितीय क्षेत्रीय व जनजातीय भाषावाले अभ्यर्थी को उन सभी जिलों में आवेदन जमा करने की अनुमति दी गयी थी, जिसमें उक्त भाषा को मान्यता दी गयी थी. इससे एक अभ्यर्थी को एक से अधिक जिलों में आवेदन जमा करने का अवसर मिला. एक से अधिक जिलों में आवेदन जमा करने का अवसर मिलने के कारण टेट पास 22,311 अभ्यर्थी ने 1,68,221 आवेदन जमा किये.
एक अभ्यर्थी ने औसतन 13 जिलों से आवेदन जमा किया है. ऐसे में एक अभ्यर्थी का एक से अधिक जिले में चयन हो गया. एक से अधिक जिला में चयनित होनेवाले अभ्यर्थी ने एक ही जिले में योगदान दिया. एक अभ्यर्थी के एक से अधिक जिले में चयन होने से सीट रिक्त रह गयी.
उर्दू के 4,401 में 850 हुए नियुक्त
राज्य में आधे से अधिक उर्दू शिक्षक के पद रिक्त रह गये. इसका कारण रहा कि प्राथमिक व मध्य विद्यालय में 4,401 उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किये गये थे. सभी जिला मिला कर 922 उर्दू शिक्षकों को नियुक्ति पत्र भेजा गया है. जिन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र भेजा गया था, उनमें से 850 शिक्षकों ने योगदान दिया. इस तरह 4,401 उर्दू शिक्षकों में से उर्दू शिक्षकों के 3551 पद रिक्त रह गये.
कक्षा एक से पांच में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए योगदान देने की प्रक्रिया पूरी हो गयी है. सभी जिलों से नियुक्ति के संबंध में रिपोर्ट मांगी गयी थी. रिक्त रह गयी सीटों पर नियुक्ति के लिए आवश्यक प्रक्रिया पूरी की जा रही है. प्रक्रिया पूरी होने के बाद नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.
नीरा यादव, शिक्षा मंत्री
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