रांची : चार माह बाद गुरुवार को हुई नगर निगम स्टैंडिंग कमेटी की बैठक हंगामेदार रही. बैठक में मेयर व डिप्टी मेयर आमने-सामने हो गये. डिप्टी मेयर से नाराज होकर मेयर ने एक बार कह भी दिया .. लड़ना है, तो साफ-साफ बोलिए, बात को गोल-गोल मत घुमाइए.
पार्षदों के तीखे सवाल से भी मेयर काफी असहज दिखीं. मामला बढ़ता देख मेयर ने पार्षदों से कहा कि इस तरह से किसी पर टारगेट मत कीजिए. अगर आप लोगों को लगता है कि मैं कुछ नहीं कर पा रही हूं, तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं. बैठक में सीइओ प्रशांत कुमार, अपर नगर आयुक्त ओमप्रकाश, डिप्टी सीइओ ज्ञानेंद्र कुमार, उप नगर आयुक्त राजेश कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी रामकृष्ण कुमार, पार्षद अरुण कुमार झा, उर्मिला यादव, सुरेंद्र नायक, मो असलम, गुलाम सरवर रिजवी व अन्य उपस्थित थे.
जवाब देते नहीं बन रहा था मेयर को : बैठक के शुरू होते ही पार्षदों ने मेयर से निगम में जमा फंड व चपानल के बारे में सवाल किया. मेयर ने कहा कि उन्हें फंड के संबंध में कोई जानकारी नहीं है.
इस पर पार्षदों ने कहा कि अगर आपको कुछ जानकारी ही नहीं है, तो आप हर माह क्यों समीक्षा बैठक करते हैं. इस पर मेयर भड़क गयीं. उन्होंने कहा कि जब मेयर के किसी बात को मानना नहीं है, तो फिर मेरे रहने का औचित्य क्या है? उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी लोगों से कहा आप लोग डिप्टी मेयर के माध्यम से ही काम करवाइए. मैं अपना पद छोड़ दे रही हूं.
एफआइआर होगा टैक्स घोटाले के आरोपियों पर: बैठक में पार्षद असलम के सवाल पर पर नवनियुक्त सीइओ प्रशांत कुमार ने कहा कि सरकार का पैसा गबन करने के मामले में दोषी पर एफआइआर की जायेगी. राशि की रिकवरी भी करायी जायेगी.