रांची: पत्थलकुदवा के भूमिगत जल में आर्सेनिक की सामान्य से अधिक मात्र पाये जाने के बाद नगर निगम हरकत में आ गया है. सोमवार को निगम के सीइओ मनोज कुमार ने शहर के विभिन्न मोहल्लों के पानी की शुद्धता जांच करने के लिए निगम के अभियंताओं के साथ बैठक की.
बैठक में सीइओ ने कहा कि पत्थलकुदवा के भूमिगत जल में आर्सेनिक की मात्र काफी अधिक पायी गयी है. इससे राजधानी के लोगों में भूगर्भ जल को लेकर एक डर पैदा हो गया है. आम जनता भी निगम से मांग कर रही है कि उनके मोहल्ले के पानी की भी जांच करायी जाये. शहर के सभी मोहल्लों के भूगर्भ जल की जांच की जाये. बैठक में कार्यपालक पदाधिकारी रामकृष्ण कुमार, ओएस नरेश सिन्हा व अन्य उपस्थित थे. निगम सीइओ ने अभियंताओं से कहा कि वे रांची नगर निगम के 55 वार्ड के 275 चापानलों के पानी की जांच करें. हर वार्ड के कम से कम पांच अलग अलग स्थलों के चापानल के पानी का सैंपल ले कर पानी की जांच करायी जाये, ताकि वास्तविक स्थिति पता चले.
फिलहाल 34 चापानलों के पानी की हो रही जांच
पत्थलकुदवा के पानी में आर्सेनिक पाये जाने के बाद आसपास के मोहल्ले में लगाये गये 34 चापानलों से पानी का सैंपल लिया गया है. इनमें आर्सेनिक है या नहीं इसकी जांच के लिए निगम के द्वारा किट की खरीदारी की गयी है. इनकी जांच के माध्यम से निगम के अभियंता यह जानने के प्रयास में हैं कि आर्सेनिक युक्त पानी का क्षेत्रफल कितना दूर तक फैला हुआ है.