सोंठ आयुर्वेद में हरड़ और आंवले जितना ही महत्वपूर्ण है. इसमें कई गुण होते हैं. यह स्वाद में चरपरी जैसा लगता है. इससे गठिया, जुकाम, अपच, कब्ज, सांस, खांसी, ह्रदय रोग, बवासीर, पेट के रोगों को दूर किया जा सकता है. सोंठ को पानी में पीस कर कनपटियों पर लेप करने से माइग्रेन में लाभ होता है. इसके अलावा सोंठ को पीस कर बकरी के दूध में मिला लें, इसकी कुछ बूंदे नाक में टपकाने से सिरदर्द से आराम मिलता है. 15 ग्राम सोंठ चूर्ण रोजाना राई की कांजी के साथ बने काढ़े को पीने से गठिया में लाभ होता है. बेल व सोंठ का चूर्ण गुड़ में मिला कर छाछ के साथ लेने से दस्त ठीक होता है. सोंठ और धनिया का काढ़ा पीने से पेट दर्द व कब्ज दूर हो जाता है. खाने से पहले पांच ग्राम अदरक के टुकड़े पर सेंधा नमक और नीबू का रस लगा कर खाने से भूख बढ़ती है.
BREAKING NEWS
सोंठ से दूर करें गठिया, जुकाम, अपच, कब्ज, सांस की बीमारी
सोंठ आयुर्वेद में हरड़ और आंवले जितना ही महत्वपूर्ण है. इसमें कई गुण होते हैं. यह स्वाद में चरपरी जैसा लगता है. इससे गठिया, जुकाम, अपच, कब्ज, सांस, खांसी, ह्रदय रोग, बवासीर, पेट के रोगों को दूर किया जा सकता है. सोंठ को पानी में पीस कर कनपटियों पर लेप करने से माइग्रेन में लाभ […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement