रांची: तीसरे चरण के 17 सीटों पर मतदान खत्म होने के बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीइओ) पीके जाजोरिया ने शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न होने पर संतोष प्रकट किया. उन्होंने प्रेस से कहा: वर्ष 2009 के विस चुनाव की अपेक्षा इस बार तीसरे चरण के 17 सीटों पर लगभग छह प्रतिशत मतदान में बढ़ोतरी हुई है. हालांकि रांची जिले में मतदान के प्रतिशत में कमी आयी है.
वोटिंग में कमी प्रथम द्रष्टया प्रशासनिक विफलता मानी जा सकती है. आयोग ने जो प्रचार सामग्री उपलब्ध करायी थी, उसका सही तरीके से प्रचार-प्रसार नहीं हो पाया. इसके लिए हम भी अपने को जिम्मेवार मानते हैं. शहरी क्षेत्र के वोटरों को घर से बाहर निकालने में हमें अधिक सफलता नहीं मिली. श्री जाजोरिया ने कहा कि बीएलओ को मतदान पदाधिकारी बनाने की जांच करायी जायेगी. सही पाये जाने पर कार्रवाई होगी. ब्रांड अंबेसडर द्वारा मतदान नहीं करने पर पूछे जाने पर श्री जाजोरिया ने कहा कि ब्रांड अंबेसडरों ने मतदान किया या नहीं, यह जरूरी नहीं है. जितनी गहराई से आप देख रहे हैं, उतनी गहराई से मतदाता नहीं देखता. ब्रांड अंबेसडरों ने मतदाताओं को जागरूक करने का काम किया है.
चुनाव में वोटिंग का बढ़ा प्रतिशत: डीसी
रांची के उपायुक्त सह जिला निर्वाची पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने कहा है कि पिछले चुनाव की तुलना में इस वर्ष विस चुनाव में वोटिंग प्रतिशत में लगभग 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. सभी जगहों पर शांतिपूर्वक मतदान कराये गये. वर्ष 2009 में रांची जिला में 47 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जबकि 2014 में वोटिंग 61 प्रतिशत मतदान हुआ. वोटिंग प्रतिशत बढ़ने पर उन्होंने जनता को धन्यवाद दिया है. रांची विस में 48.54 प्रतिशत वोटिंग हुई. इसी प्रकार सिल्ली में 76.16 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया. खिजरी विधानसभा क्षेत्र में 60.16 प्रतिशत वोटिंग हुई. कांके विस क्षेत्र में वोटिंग का प्रतिशत 59.43 रहा. हटिया विधानसभा क्षेत्र में कुल वोटिंग प्रतिशत 56.81 रहा.