रांची : शुक्रवार के हंगामे के बाद शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में दिन भर गहमा-गहमी रही. प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत दिन के 12 बजे से लेकर 5.30 बजे तक रहे. 27 जून को केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री के कार्यक्रम पर चर्चा की.
कार्यकर्ता आपस में हंगामे पर चर्चा करते रहे. अनूप सिंह को ज्यादातर कांग्रेस कार्यकर्ता गलत बता रहे थे. कार्यकर्ताओं का कहना था कि अनूप सिंह के कृत्य के कारण विपक्ष के नेता राजेंद्र सिंह की इज्जत पर आंच आ रही है.
वहीं मन्नान मल्लिक को भी कई लोग दोषी बता रहे थे. उनका कहना था कि मन्नान मल्लिक को अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस मुख्यालय आने की कोई जरूरत नहीं थी. इस घटना ने कांग्रेस मुख्यालय की सभी मर्यादाओं को तार-तार कर दिया है. कांग्रेस भवन में शैलेश सिन्हा, रवींद्र सिंह, विनय सिन्हा दीपू, चंचल चटर्जी, शमशेर आलम, शशिकांत तिर्की, सुनील सिंह, शशिभूषण राय, के कामेश्वर गिरि, कांता सिंह आदि मौजूद थे.