रांची : देश के कोर सेक्टर को अपेक्षित विकास के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. रेल, सड़क, जल मार्ग संपर्क के क्षेत्र में और भी सुधार की जरूरत है. वहीं कोयला, अयस्क, जल, भूमि से संबंधित कच्चे माल और संसाधनों की अपर्याप्त आपूर्ति से विकास प्रभावित हो रहा है.
उक्त बातें इस्पात राज्य मंत्री विष्णु देव साय ने शनिवार को मेकन कम्युनिटी हॉल में बंगाल इंजीनियरिंग एंड साइंस यूनिवर्सिटी (बेसू) एलुमनी एसोसिएशन द्वारा सस्टेनेबिलिटी एंड एफिशियेंसी इन कोर सेक्टर्स पर आयोजित सेमिनार में कही. श्री साय ने कहा कि वर्ष 2025 तक 300 मिलियन टन प्रतिवर्ष इस्पात उत्पादन की क्षमता को हासिल करने के लिए मेकन मास्टर प्लान तैयार कर रहा है.
कार्यक्रम के बाद श्री साय ने कहा कि झारखंड में लौह अयस्क के 12 माइंस बंद हैं, इसे लेकर केंद्रीय माइंस निदेशक ने सीएस को पत्र लिखा है.