रांची: राज्य में बिजली संकट गहरा गया है. सेंट्रल पुल से बिजली कटौती की वजह से यह परेशानी हुई है. बताया गया कि फरक्का -ललमटिया लाइन में तकनीकी खराबी की वजह से सेंट्रल पुल से केवल 265 मेगावाट बिजली ही मिल रही थी, जबकि यहां का एलोकेशन 400 मेगावाट है. दूसरी ओर आधुनिक थर्मल पावर में भी तकनीकी गड़बड़ी की वजह से 120 मेगावाट बिजली की कमी हो गयी.
पीटीपीएस की दो यूनिट से केवल 79 मेगावाट उत्पादन हो रहा था. तेनुघाट की एक यूनिट ही चल रही है, जिससे 175 मेगावाट बिजली राज्य को मिल रही है. राज्य में एक हजार मेगावाट की जगह केवल 645 मेगावाट ही बिजली ही उपलब्ध थी. लगभग 355 मेगावाट बिजली की कमी थी. जिसके चलते रांची समेत राज्य के सभी हिस्सों में लोड शेडिंग कर आपूर्ति हो रही थी.
जानकारी के अनुसार दुमका में 12 से 13 घंटे, देवघर में 12 से 14 घंटे तक बिजली दी गयी. वहीं लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, पलामू व गढ़वा को 10 से 12 घंटे ही बिजली दी जा रही थी. दूसरी ओर डीवीसी द्वारा कमांड एरिया से चार छह घंटे की कटौती की जा रही है. जिसके चलते रामगढ़, हजारीबाग, गिरिडीह, चतरा, कोडरमा, धनबाद व बोकारो में 12 से 16 घंटे ही बिजली मिल रही थी.