रांची : खेलगांव चौक पर बस चालकों से लंबे समय से वसूली की जा रही थी. इसकी सूचना मिलने पर ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने बुधवार को छापेमारी कर पोस्ट पर तैनात दो ट्रैफिक सिपाहियों को रंगेहाथ पकड़ लिया.
एक सिपाही का नाम प्रेमचंद और दूसरे का नाम सुजीत है. दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेजा जायेगा. इसके बाद उनके खिलाफ विभागीय प्रक्रिया शुरू कर बर्खास्त करने की कार्रवाई की जायेगी. इसको लेकर एसपी वरीय अधिकारी से विचार-विमर्श कर रहे हैं. फिलहाल दोनों सिपाही को निलंबित कर दिया गया है. वहीं छापेमारी के दौरान नो इंट्री में प्रवेश करनेवाले पांच बसों को पकड़ा गया है.
वसूली का नायाब तरीका : वसूली की शिकायत मिलने के बाद सत्यापन के लिए बुधवार की सुबह आठ बजे ट्रैफिक एसपी सादे लिबास में खेलगांव चौक पहुंचे थे. उन्होंने चौक से पहले ही अपनी गाड़ी खड़ी कर दी और सिपाहियों की गतिविधियों पर निगरानी रखने लगे. उन्होंने देखा कि दोनों सिपाही आठ बजे के बाद नो इंट्री के बाद भी बस चालकों को पार करा रहे हैं. इसके एवज में पैसे वसूल रहे हैं.
वसूली का तरीका भी नायाब है. सिपाही बस के खलासी या चालक से हाथ में पैसा लेने के बजाय उन्हें छाता दिखा रहा है. छाता में चालक-खलासी 100 रुपये का नोट खोंसकर आगे निकल जा रहा है. इसे देखने के बाद ट्रैफिक एसपी गाड़ी से उतर कर सिपाहियों के पास पहुंचे. पहले तो सिपाहियों ने रुपये वसूलने की बात से इनकार कर दिया.
लेकिन ट्रैफिक एसपी ने बताया कि वह दोनों की गतिविधियों को काफी देर से देख रहे थे, तो दोनों सिपाही गिड़गिड़ाने लगे. यह कहते हुए कि सर छोड़ दीजिए. पहली गलती है. दोबारा ऐसा नहीं होगा सर. परिवार बर्बाद हो जायेगा सर. ट्रैफिक एसपी ने दोनों को समझाया कि वह पहले ही चेतावनी दे चुके थे कि किसी भी परिस्थिति में रुपये वसूलने की बात सामने आने पर नहीं छोड़ पायेंगे. इसके बावजूद तुमलोगों ने एेसा किया. तुम्हारे खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. पकड़े जाने की बात से यह स्पष्ट है कि तुम दोनों पहले से पोस्ट पर इस तरह बस को पार कराने के एवज में पैसे वसूल रहे थे.