शकील अख्तर
गुमला में जिला स्वच्छता समिति के खाते से शौचालय निर्माण के बिना ही निकाल लिये गये करोड़ों रुपये
शौचालय निर्माण के बिना ही फर्जी तरीके से की गयी पैसों की निकासी
प्रारंभिक जांच में फर्जी निकासी की अवधि और राशि की जानकारी नहीं
जिला स्वच्छता मिशन के कार्यों व खातों के विशेष ऑडिट की भी अनुशंसा
रांची : गुमला के उपायुक्त शशि रंजन ने राज्य सरकार से जिला स्वच्छता समिति के खाते से हुई करोड़ों की निकासी के मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की अनुशंसा की है. क्योंकि प्रारंभिक जांच के दौरान इस बात का पता नहीं चल सका है कि फर्जी निकासी का धंधा कब से चल रहा है और इसमें कितनी राशि शामिल है. उपायुक्त ने वर्ष 2017 से अब तक जिला स्वच्छता मिशन के कार्यों और खातों के विशेष ऑडिट कराने की भी अनुशंसा की है. पैसों की निकासी शौचालय निर्माण के बिना ही फर्जी तरीके से की गयी है.
उपायुक्त द्वारा सरकार को भेजी गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि कार्यपालक अभियंता द्वारा फर्जी निकासी की सूचना देने के बाद मामले की प्रारंभिक जांच के लिए एक दल का गठन किया गया है. इसमें प्रशिक्षु आइएएस मनीष कुमार व अन्य को शामिल किया गया. इस दल ने प्रारंभिक जांच के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपी है. इसमें कहा गया है कि कार्यपालक अभियंता द्वारा फर्जी निकासी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराये जाने और कार्यालय के तीन कमरों को बंद कर रखे जाने की वजह से इसे नहीं खोला गया.
जांच के दौरान पिछले तीन चार महीने के बैंक स्टेटमेंट की समीक्षा से इस बात की जानकारी मिलती है कि जिले की कुछ खास पंचायतों जैसे बसुवा, फोरी, टोटो, टैंसेरा, कोयनार पतिया, कुलाबरी सहित कुछ अन्य पंचायतों की ग्राम स्वच्छता समितियों के खाते में बड़ी राशि हस्तांतरित की गयी. इसके अलावा कुछ खास लोगों के खाते में भी पैसे ट्रांसफर किये गये.
फर्जी हस्ताक्षर से 1.16 करोड़ की निकासी की सूचना : कुलाबरी पंचायत की पतिया ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के खाता से शमसुद्दीन शेख के नाम पर 10 लाख रुपये की निकासी की गयी. समिति के इस खाते दूसरे लोगों के नाम पर भी लाखों रुपये की निकासी की गयी.
कार्यपालक अभियंता के द्वारा फर्जी हस्ताक्षर से प्रथम दृष्टया 1.16 करोड़ की निकासी की सूचना दी गयी है. इसमें से 52 लाख रुपये की निकासी सिर्फ फोरी पंचायत में ही कर ली गयी है. इंडियन बैंक गुमला ब्रांच से फोरी स्वच्छता समिति के खाते से 33.30 लाख और तिगरा समिति के खाते से 18.06 लाख रुपये की निकासी गयी है. इन दोनों खातों से फिरोज अशरफ नामक व्यक्ति के नाम पर 28 लाख रुपये से ज्यादा की निकासी गयी गयी है.
इसी तरह बैंक ऑफ इंडिया के टोटो शाखा स्थित बसुवा समिति के खाते से 19 लाख रुपये से अधिक की निकासी गयी है. इसके अतिरिक्त विभिन्न व्यक्तियों के नाम पर पैसों की निकासी की गयी है. ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के खाते से मुखिया ने भी राशि की निकासी की है. मुखिया द्वारा किस परिस्थिति में निकासी की गयी, इसकी विस्तृत जांच जरूरी है.
प्रारंभिक जांच के दौरान इस बात की सही सही जानकारी नहीं मिल सकी कि फर्जी निकासी का यह धंधा कब से चल रही है और कुल कितनी राशि की निकासी की जा चुकी है. इसकी सही सही जानकारी के लिए मामले की उच्च स्तरीय जांच कराया जाना आवश्यक है.
प्रारंभिक जांच में कुछ स्वच्छता समिति से फर्जी निकासी के उदाहरण
नाम राशि
कुलाबीरा पंचायत से निकासी
शमसुद्दीन शेख 10 लाख
दीपक कुमार सिंह एक लाख
पुष्कर कुमार एक लाख
पप्पू कुमार चौहान 4.50 लाख
आरइ इंडस्ट्रीज 2.50 लाख
आर-6 इंडस्ट्रीज 1.50 लाख
अशोक कुमार महली 50 हजार
गोपाल साहू 50 हजार
खाता संचालक 1.47 लाख
फोरी पंचायत से निकासी
फिरोज अशरफ 28 लाख
बिशुन साहू तीन लाख
तारकेश्वर पांडेय चार लाख
उदय उरांव 4.25 लाख
मुकेश राम एक लाख
दीपक कुमार सिंह 9.75 लाख
सौरभ पांडेय 1.25 लाख
करमा उरांव 16 हजार
बसुआ के खाते से निकासी
मनाउल्लाह अंसारी 2.64 लाख
जाहिद अंसारी 50 हजार
किरण ब्रिक्स 3.50 लाख
चांपो देवी एक लाख
तारकेश्वर पांडेय तीन लाख
दीपक कुमार सिंह चार लाख
गौरी देवी दो लाख
मुझिद अंसारी 1.28 लाख
समरूद्दीन अंसारी 1.20 लाख
इर्रोफटकपुर के खाते से निकासी
गौरी उरांव पांच लाख
संजय कुमार सिंह 3.10 लाख
शौकत शेख 2.30 लाख
दीपक कुमार सिंह तीन लाख