रांची: कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की लाख हिदायतों के बावजूद प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी हावी है. कांग्रेस में घात-प्रतिघात का खेल जारी है. प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद सुखदेव भगत ने पूर्व अध्यक्ष प्रदीप बलमुचु कैंप के लोगों को दरकिनार कर दिया है. प्रदेश स्तरीय कोर कमेटी में बलमुचु सहित उनके समर्थकों को कोई जगह नहीं दी गयी है.
कार्यालय प्रभारी मदन मोहन शर्मा और लंबे समय तक कोषाध्यक्ष रहे धीरज साहू को हटा दिया गया है. नयी कमेटी में भी बलमुचु के समर्थकों को दरकिनार किए जाने की तैयारी हो चुकी है. सूत्रों के अनुसार सुखदेव भगत को जिम्मेदारी मिलते ही सुबोधकांत सहाय का गुट हावी हो गया है. बलमुचु के समय सुबोध कैंप के लोगों को जगह नहीं मिलती थी.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनादि ब्रह्ना शहर में रहते हुए भी प्रदेश कांग्रेस से दूर थे. सुखदेव भगत ने लंबे अंतराल के बाद श्री ब्रह्ना को प्रमंडल वार कार्यक्रम के तहत दक्षिणी छोटानागपुर की जिम्मेदारी सौंपी है.