रांची: एचइसी के एफएफपी और एचएमटीपी में महज छह माह का ही कार्यादेश शेष है. निगम के अधिकारी ने बताया कि आर्थिक मंदी का असर एचइसी पर भी पड़ा है. हालांकि एचइसी के पास कुल 1500 करोड़ रुपये का कार्यादेश है जो एचएमबीपी और प्रोजेक्ट डिवीजन के लिए है. एफएफपी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एफएफपी के पास अभी 50 करोड़ का कार्यादेश है वहीं एचएमटीपी के पास 30 करोड़ का कार्यादेश है.
इससे छह माह तक कार्य जारी रह सकता है. अधिकारी ने बताया कि मार्केटिंग विभाग विभिन्न कंपनियों से लगातार संपर्क में है और उम्मीद जतायी जा रही है जल्द ही दोनों प्लांटों को कार्यादेश मिलेगा. एचइसी प्रबंधन चाहता है छोटे-छोटे कार्यादेश ले जिसे पूरा करने में अधिक समय नहीं लगे और कैश फ्लो भी होता रहे. बड़े कार्यादेश को पूरा करने में समय अधिक लगता है और पूंजी भी फंस जाती है.
मालूम हो कि एचइसी ने वित्त वर्ष 2013-14 के लिए 1001 करोड़ का उत्पादन लक्ष्य निर्धारित किया है. इस संबंध में पूछे जाने पर जनसंपर्क अधिकारी हेमंत गुप्ता ने स्पष्ट जानकारी देने से इनकार किया.