रांची: केंद्रीय सुक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) केएच मुनियप्पा ने कहा कि झारखंड को पर्यावरण संरक्षण के मामले में आदर्श स्थापित करना चाहिए. पर्यावरण दिवस पर राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद द्वारा आयोजित सेमिनार में कें द्रीय मंत्री ने कहा कि झारखंड में पर्यावरण की रक्षा के लिए अभियान शुरू हो चुका है.
करोड़ों रुपये खर्च किये गये हैं, लेकिन इसका अपेक्षित परिणाम सामने नहीं आया है. पर्यावरण को बचाने के लिए जनता को आगे आना होगा. सेमिनार का विषय कॉरपोरेट रिस्पांसिबिलिटी इन कंजरवेशन ऑफ नेचुरल रिसोर्स एंड बायोडायवर्सिटी था.
विभाग का प्रदूषण दूर करें
विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह ने इस कहा कि प्रदूषण नियंत्रण विभाग के प्रदूषण को दूर करने की जरूरत है. नियमत: कचरा ढक कर ले जाना चाहिए, लेकिन सारा कचरा बिना ढके ले जाया जाता है. आला अधिकारी भी जानते हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई है. कानून बस गरीबों पर अत्याचार करने के लिए बन कर रह गया है.
सांसद सुबोधकांत सहाय ने कहा कि झारखंड के लोग पर्यावरण की पूजा करते हैं. आदिवासियों को जोड़कर ही यहां के विकास का ब्लू प्रिंट बनाने की जरूरत है.