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रांची : वीर शहीदों का नाम मिटने नहीं दिया जायेगा : सीएम
वीर शहीदों के कार्य से आज झारखंड की भूमि धन्य है नेताजी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि इतिहास स्याही से नहीं रक्त से लिखा जाता है. जुल्मी अंग्रेजों व मुगलों से मुक्ति दिलाने के लिए हमारे वीर पुरखों ने प्रयास और संघर्ष किया. इनके […]
वीर शहीदों के कार्य से आज झारखंड की भूमि धन्य है
नेताजी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि इतिहास स्याही से नहीं रक्त से लिखा जाता है. जुल्मी अंग्रेजों व मुगलों से मुक्ति दिलाने के लिए हमारे वीर पुरखों ने प्रयास और संघर्ष किया. इनके कार्य से आज झारखंड की भूमि धन्य है.
आजादी के बाद से राज्य के वीर शहीदों का नाम काली स्याही से मिटाने का प्रयास किया गया, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. राज्य सरकार उनकी प्रतिमा भी बनायेगी और उनकी वीर गाथाओं को स्वर्ण अक्षर से विश्व पटल पर अंकित भी करेगी.
श्री दास बुधवार को मोरहाबादी मैदान में झारखंड के वीर शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में पावन मिट्टी संग्रहण समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आज नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती है. इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है. आजाद हिंद फौज ने अंग्रेजों से लोहा लिया. अगर यह फौज नहीं होती, तो आजादी मिलने में हमें और समय लगता.
आनेवाली पीढ़ी को परंपरागत संस्कृति सौंपे
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि समाज को विखंडित करनेवाली शक्तियां जागृत हैं, लेकिन आदिवासी समाज को इससे प्रभावित नहीं होना है. अादिवासी समाज अपनी संस्कृति को बचा कर रखे, ताकि आनेवाली पीढ़ी को आदिवासी समाज परंपरागत संस्कृति सौंप सके. राज्य की सरकार आदिवासियों की संस्कृति संरक्षण में साथ खड़ी है.
पहली बार हो रहा वीर शहीदों का सम्मान
केंद्रीय राज्य मंत्री सुदर्शन भगत ने कार्यक्रम में कहा कि वीर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं. ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ राज्य के शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों का बड़ा योगदान रहा है. केंद्र और राज्य सरकार के प्रयास से ऐसे वीरों को सम्मान देने के लिए उनकी प्रतिमाओं का एक साथ भव्य निर्माण हो रहा है. ऐसा पहली बार हो रहा है.
वीर शहीदों की देन है आजादी
मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने कहा कि आजादी के बाद राज्य के वीरों की शौर्य गाथा को किसी ने सामने लाने का प्रयास नहीं किया. प्रधानमंत्री ने वीरों के सम्मान में संग्रहालय निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया. मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में आदिवासी कल्याण से संबंधित योजनाएं फलीभूत हो रहीं हैं. शौर्य पार्क के रूप में जनजातीय समाज को दिये गये सम्मान से बड़ा सम्मान और कुछ नहीं हो सकता.
शहीदों के सम्मान पर नहीं हो राजनीति
खिजरी के विधायक रामकुमार पाहन ने कहा कि राज्य के विभिन्न जिले और गांवों की मिट्टी से झारखंड के वीर शहीदों की प्रतिमा का निर्माण किया जायेगा. यह सबके लिए गर्व की बात है़ उन्होंने कहा कि भाजपा शहीदों के नाम पर राजनीति नहीं करती, बल्कि उनका सम्मान करती है. आनेवाले समय में यह संग्रहालय सभी को गौरवान्वित करेगा.
पवित्र मिट्टी की पूजा-अर्चना की गयी
बुधवार को शहीदों के गांवों से लायी गयी पवित्र मिट्टी की पूजा-अर्चना रांचीके मोरहाबादी मैदान में की गयी. मुख्य पाहन जगलाल पाहन ने विधि विधान के साथ पूजा करायी. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शहीदों की प्रतिमा निर्माण में उपयोग होनेवाली पवित्र मिट्टी को नमन किया. साथ ही आम लोगों के बीच जाकर उनका अभिनंदन किया. इस मौके पर बड़ी संख्या में दूर दराज से आये लोग मौजूद थे़
पहली बार लाल किला से गुंजा बिरसा आबा का नाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से पूर्व की केंद्र सरकार और झारखंड की नामधारी पार्टियों ने इन वीर शहीदों के नाम पर राजनीति कर मतपेटी और अर्थ पेटी भरने का काम किया. लेकिन पहली बार लाल किला से प्रधानमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा को नमन किया.
राज्य के वीर शहीदों की प्रतिमा के निर्माण के लिए 25 करोड़ की राशि दी, ताकि ऐसे वीर शहीदों की वीर गाथाओं से आनेवाली पीढ़ी प्रेरणा ले सके. राज्य सरकार 1857 के शहीदों की प्रतिमा का भी निर्माण बिरसा मुंडा कारागार स्थित संग्रहालय में करेगी.
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