सुनील चौधरी, रांची : अब कोई भी व्यक्ति स्वयं के लिए या वाणिज्यिक इस्तेमाल के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन खोल सकता है. केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को इससे संबंधित गाइड लाइन और स्टैंडर्ड भेजा है. साथ ही इस मामले में पहल का आग्रह किया गया है. ऊर्जा मंत्रालय द्वारा […]
सुनील चौधरी, रांची : अब कोई भी व्यक्ति स्वयं के लिए या वाणिज्यिक इस्तेमाल के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन खोल सकता है. केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को इससे संबंधित गाइड लाइन और स्टैंडर्ड भेजा है. साथ ही इस मामले में पहल का आग्रह किया गया है.
ऊर्जा मंत्रालय द्वारा इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन के उद्देश्यों के बाबत लिखा गया है कि भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा देने के लिए चार्जिंग स्टेशन की जरूरत है. अफोर्डेबल टैरिफ चार्जिंग स्टेशन को बढ़ावा देने तथा रोजगार सृजन व लघु उद्यमिता विकसित करने के उद्देश्य से यह किया जा रहा है.
केंद्र सरकार ने तय किया है कि आवास और कार्यालयों में प्राइवेट चार्जिंग स्टेशन लगाने की अनुमति और सुविधा वितरण कंपनी देगी. पब्लिक चार्जिंग स्टेशन खोलने के लिए कोई भी व्यक्ति आवश्यक लाइसेंस लेने के बाद स्वतंत्र है. पब्लिक चार्जिंग स्टेशन यदि कोई खोलना चाहता है, तो उन्हें प्राथमिकता पर कनेक्शन और लाइसेंस दें.
औसत दर से 15 प्रतिशत से अधिक न हो
कहा गया है कि हाइवे और सड़क के प्रत्येक 25 किमी पर दोनों तरफ एक-एक चार्जिंग स्टेशन होना चाहिए. भारी वाहनों के लिए प्रत्येक 100 किमी की दूरी पर एक चार्जिंग स्टेशन की आवश्यकता बतायी गयी है.
इसके अलावा अतिरिक्त चार्जिंग स्टेशन भी किसी भी क्षेत्र में खोले जा सकते हैं. चार्जिंग स्टेशन के टैरिफ के बाबत लिखा गया है कि औसत दर से 15 प्रतिशत से अधिक न हो.
भारत सरकार ने पहले चरण में एक से तीन वर्षों के अंदर वैसे सबी मेगा सिटी में चार्जिंग स्टेशन की प्राथमिकता बतायी है, जिनकी आबादी 40 लाख से अधिक है. दूसरे चरण में तीन से पांच वर्षों में सभी बड़े शहर और राज्यों की राजधानी में चार्जिंग स्टेशन खोलने की बात कही गयी है.
- प्रत्येक 25 किमी की दूरी पर होगा एक चार्जिंग स्टेशन, भारी वाहनों के लिए 100 किमी का दायरा तय
- निजी और कार्यालय के इस्तेमाल के लिए भी ऊर्जा मंत्रालय ने सभी मुख्य सचिवों को भेजी गाइड लाइन
श्रेणियां भी निर्धारित
चार्जिंग स्टेशन की श्रेणियां भी निर्धारित की गयी हैं, जिसमें फास्ट और स्लो चार्जिंग स्टेशन है. फास्ट चार्जिंग स्टेशन के लिए 15 किलोवाट से लेकर 50 किलोवाट तक का लोड होगा. जबकि, स्लो चार्जिंग स्टेशन में 10 किलोवाट तक का लोग होगा. जहां एक साथ तीन वाहनों को चार्ज किया जा सकता है.
कई विभागाध्यक्षों ने मैनपावर का रोना राेया
रिम्स के कई विभागाध्यक्षों ने स्पेशियलिटी अोपीडी को शुरू करने में मैनपावर की समस्या का रोना रोया. कहा कि हमारे पास उतना मैनपावर ही नहीं है कि सामान्य ओपीडी के अलावा विशेष ओपीडी का संचालन करें. फिर भी वे प्रयास करेंगे के इसका संचालन बेहतर तरीके से किया जाये.