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शव के साथ डेढ़ घंटे जाम रखा बहूबाजार रोड
रांची : रांची विश्वविद्यालय के पूर्व क्लर्क अरुण नाग के शव के साथ शुक्रवार को उनके परिजन और स्थानीय लोगों ने बहू बाजार चौक को डेढ़ घंटे जाम कर दिया. इस दौरान दिन के एक बजे से ढाई बजे तक सड़क पर गाड़ियों की आवाजाही रुकी रही. इससे पहले रिम्स से शव को एंबुलेंस से […]
रांची : रांची विश्वविद्यालय के पूर्व क्लर्क अरुण नाग के शव के साथ शुक्रवार को उनके परिजन और स्थानीय लोगों ने बहू बाजार चौक को डेढ़ घंटे जाम कर दिया. इस दौरान दिन के एक बजे से ढाई बजे तक सड़क पर गाड़ियों की आवाजाही रुकी रही. इससे पहले रिम्स से शव को एंबुलेंस से बहू बाजार चौक लाया गया और शव के साथ रोड जाम कर दिया.
परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ सीबीआइ जांच की मांग कर रहे थे. सूचना मिलते ही सिटी एसपी अमन कुमार, सिटी डीएसपी राजकुमार मेहता, कोतवाली डीएसपी भोला सिंह सहित कई थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग जाम हटाने को तैयार नहीं हुए. बाद में सिटी एसपी अमन कुमार ने परिजन व लोगों को शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन दिया. इसके बाद जाम समाप्त हुआ़ इधर, जाम खत्म होने के बाद परिजन शव लेकर घर पहुंचे और स्वर्ण रेखा के इक्कासी महादेव घाट पर अरुण नाग का अंतिम संस्कार किया. गौरतलब है कि गुरुवार को विवि के पूर्व क्लर्क अरुण नाग की अपराधियों ने घर में घुस कर गोली मार कर हत्या कर दी थी.
जाम से शहर के दूसरे मार्ग भी प्रभावित : जाम के कारण शहर के दूसरे मार्ग भी प्रभावित रहे. बहू बाजार से लेकर कांटा टोली व सुजाता चौक तक वाहनों की लंबी कतार लग गयी. जाम समाप्त होने के बाद भी स्थिति सामान्य होने में अाधा घंटे से अधिक समय लगा़
चुटिया थाने में दर्ज हुई प्राथमिकी : इस मामले में अरुण नाग के बड़े पुत्र रौनक के बयान पर चुटिया थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. प्राथमिकी नौ लोगों पर दर्ज की गयी है, जिसमें अरुण साव, संजु साव, अंजय मेहता, बलराम चौधरी, रूबि मेहता, दो पांडेय बंधु, दो अज्ञात शूटर को आराेपी बनाया गया है़
शीघ्र गिरफ्त में होंगे अपराधी : सिटी एसपी
अरुण नाग की हत्या जमीन विवाद में हुई है. चुटिया के कुछ लोगों ने हत्या में शामिल लोगों की गुप्त जानकारी पुलिस को दी है. सिटी एसपी अमन कुमार ने आराेपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर मामले का खुलासा करने की बात अरुण के परिजन से कही है उन्होंने कहा कि सिटी डीएसपी राजकुमार मेहता पूरे मामले को देख रहे हैं. इधर, घटना के बाद गुरुवार की रात सभी थाना प्रभारियों ने अपने-अपने क्षेत्र के अपराधियाें के घर में छापामारी कर उन्हें हिरासत में लिया और उनसे शूटर के संबंध में पूछताछ की.
पुलिस कार्रवाई करती, तो टल सकती थी घटना
राजद के प्रदेश महासचिव मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि अरुण नाग के परिवार की ओर से पूर्व में ही पुलिस को जमीन विवाद संबंधी जानकारी दी गयी थी. पुलिस अगर उसी वक्त कार्रवाई करती, तो शायद यह घटना नहीं होती. राजद ने राज्यपाल से घटना की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है.
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