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रांची : जानें विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने विवि में क्यों किया हंगामा, परीक्षा नियंत्रक कक्ष का दरवाजा तोड़ लगाई आग
रांची : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने गुरुवार को रांची विवि मुख्यालय में जम कर हंगामा किया. सिलेबस से बाहर प्रश्न पूछे जाने और पूर्व में भी परीक्षा कार्य में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए परीक्षा नियंत्रक की अनुपस्थिति में उनके चैंबर का ताला तोड़ा दिया. दरवाजा तोड़ कर चैंबर में रखी उनकी […]
रांची : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने गुरुवार को रांची विवि मुख्यालय में जम कर हंगामा किया. सिलेबस से बाहर प्रश्न पूछे जाने और पूर्व में भी परीक्षा कार्य में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए परीक्षा नियंत्रक की अनुपस्थिति में उनके चैंबर का ताला तोड़ा दिया.
दरवाजा तोड़ कर चैंबर में रखी उनकी कुर्सी को सीढ़ी से उतार कर परिसर में ले गये और उसमें आग लगा दी. परीक्षा नियंत्रक उस वक्त परीक्षा कार्य से सिमडेगा कॉलेज गये हुए थे. विवि के डीएसडब्ल्यू डॉ पीके वर्मा ने सदस्यों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने.
परीक्षा विभाग में तालाबंदी कर दी और परिसर में ही धरने पर बैठ गये. सदस्य दोषी अधिकारियों व शिक्षकों पर भी कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे.
दिन के 11 बजे पहुंचे थे : विद्यार्थी परिषद रांची महानगर के सदस्य प्रदेश सह मंत्री आशुतोष सिंह के नेतृत्व में दिन के 11 बजे परीक्षा विभाग पहुंचे थे. उन लोगों ने पहले विभाग में तालाबंदी की. इसके बाद परिसर में ही धरने पर बैठ गये.
धरना स्थल पर किसी अधिकारी के नहीं आने पर सभी सदस्य परीक्षा नियंत्रक के कक्ष पहुंचे. कक्ष का ताला तोड़ा. फिर दरवाजा भी तोड़ कर चैंबर में रखी परीक्षा नियंत्रक की कुर्सी को बाहर निकाला और उसमें आग लगा दी. घटना के समय विवि के कई अधिकारी बेसिक साइंस भवन में बैठक कर रहे थे.
घटना की सूचना मिलने के बाद प्रतिकुलपति सह प्रभारी कुलपति प्रो कामिनी कुमार ने रजिस्ट्रार डॉ अमर कुमार चौधरी को तत्काल विवि मुख्यालय भेजा. रजिस्ट्रार ने तत्काल इसकी जानकारी कोतवाली थाना पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने घटनास्थल की फोटोग्राफी भी की. विवि प्रशासन की सूचना पर शिकायत दर्ज कर ली है. प्रॉक्टर डॉ दिवाकर मिंज के शुक्रवार को रांची आने पर कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.
इससे पूर्व भी कुलपति की कुर्सी पर कब्जा किया था
– अगस्त 2012 में भी परिषद के सदस्य अपनी मांगों को लेकर विवि मुख्यालय पहुंचे थे. तत्कालीन कुलपति डॉ एलएन भगत की अनुपस्थिति में उनके चैंबर में घुस कर उनकी कुर्सी पर बैठ गये थे. सभी ने चैंबर में ही बैनर लगा कर बैठक भी की. उस वक्त विवि प्रशासन ने कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. लेकिन बाद में मामला रफा-दफा कर दिया था
– एनएसयूआइ के सदस्यों ने कुलपति के कार्यालय कक्ष में उनके समक्ष टेबुल को मुक्का मार कर तोड़ दिया था. टेबुल पर ही चाय फेंक दी थी. सदस्यों ने कुलपति चैंबर में रखे कुर्सियां भी तोड़ दी थी.
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