24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

झारखंड : 2020 तक सभी विश्वविद्यालय होंगे पेपरलेस

ऑनलाइन परीक्षा व ऑनलाइन मूल्यांकन विषय पर कार्यशाला, बोले उच्च शिक्षा सचिव रांची : उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सह कौशल विकास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि वर्ष 2020 तक राज्य के सभी विश्वविद्यालय को पेपरलेस किया जायेगा. इसकी तैयारी शुरू कर दी गयी है. तकनीकी विश्वविद्यालय (यह विवि इस वर्ष शुरू […]

ऑनलाइन परीक्षा व ऑनलाइन मूल्यांकन विषय पर कार्यशाला, बोले उच्च शिक्षा सचिव
रांची : उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सह कौशल विकास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि वर्ष 2020 तक राज्य के सभी विश्वविद्यालय को पेपरलेस किया जायेगा. इसकी तैयारी शुरू कर दी गयी है.
तकनीकी विश्वविद्यालय (यह विवि इस वर्ष शुरू हो जायेगा) से इसकी शुरुआत होगी. इसके बाद चरणबद्ध तरीके से सभी विश्वविद्यालयों को पेपरलेस किया जायेगा. उक्त बातें शिक्षा सचिव ने बुधवार को होली डे होम में स्टेट बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन के तत्वावधान में ऑनलाइन परीक्षा-ऑनलाइन मूल्यांकन विषय पर आयोजित कार्यशाला में कही.
श्री सिंह ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा के लिए एक वृहद क्वेश्चन बैंक होना आवश्यक है.इसके बिना ऑनलाइन परीक्षा सफलता पूर्वक नहीं ली जा सकती है. उन्होंने कहा कि सरकार ने प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज व पॉलिटेक्निक को भी अनुदान देने का निर्णय लिया है. राज्य के पॉलिटेक्निक व इंजीनियरिंग कॉलेज के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है.
पॉलिटेक्निक कॉलेजों के कंप्यूटराइजेशन के लिए राशि दी गयी है. कॉलेजों में इंटरनेट की व्यवस्था की जा रही है. ऑनलाइन परीक्षा के लिए पॉलिटेक्निक संस्थान के शिक्षक भी कंप्यूटर में दक्ष बनें, ताकि वे विद्यार्थियों को ऑनलाइन असाइनमेंट दे सकें. इस वर्ष से विवि में शिक्षक के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिए भी बायोमेट्रिक्स उपस्थिति अनिवार्य होगी. विवि के प्रमाण पत्र भी डिजिटलाइज होंगे. इसकी भी प्रक्रिया शुरू की गयी है.
इससे प्रमाणपत्र में फर्जीवाड़ा नहीं होगा. शिक्षा सचिव ने कहा कि राज्य में कॉलेजों की कमी है. राज्य में प्रति एक लाख जनसंख्या पर एक कॉलेज है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 20 है. इसे बढ़ाने की आवश्यकता है. सरकार ने राज्य में 100 नये डिग्री कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू की है.
तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गोपाल पाठक ने कहा कि अॉनलाइन परीक्षा व मूल्यांकन के लिए संस्थान में पर्याप्त संख्या में कंप्यूटर होना अनिवार्य है. बिजली की व्यवस्था होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी पॉलिटेक्निक व इंजीनियरिंग कॉलेज में इसकी व्यवस्था होनी चाहिए. झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष डॉ अरविंद प्रसाद सिंह ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा प्रक्रिया आज समय की मांग है. इससे पैसे की बचत होती है और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता आती है.
उन्होंने कहा कि झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) द्वारा मैट्रिक व इंटर की परीक्षा के लिए पंजीयन व परीक्षा फॉर्म जमा करने की पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन किया गया है. जैक चरणबद्ध तरीके से सभी कार्यों को ऑनलाइन करने की तैयारी कर रहा है. प्रमाण पत्रों के सत्यापन व त्रुटि सुधार का कार्य भी ऑनलाइन होगा.
विनोबा भावे विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एमपी सिंह ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा व मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू करना सराहनीय कदम है. जैप आइटी के सीइओ सर्वेश सिंघल ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा समय की मांग की है.एसबीटीइ के सचिव शिव विलास साहू ने अतिथियों का स्वागत किया.
उन्होंने एसबीटीइ द्वारा किये गये कार्यों की जानकारी दी. मौके पर डॉ जीएस गुप्ता, अयोध्या कुमार, उमेश कुमार, एसपी यादव आदि ने भी अपने विचार रखे. कार्यशाला में राज्य भर के पॉलिटेक्निक के प्राचार्य व शिक्षकों ने भाग लिया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें