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झारखंड : मरीज के भर्ती होते ही सभी अस्पतालों के पास पहुंच जायेगा उसका रिकॉर्ड…जानिए कैसे
सरकारी अस्पतालों में लागू होगा ‘हॉस्पिटल मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम’ जल्द ही झारखंड के सभी सरकारी अस्पतालों में हॉस्पिटल मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम(एचएमआइएस) लागू हो जायेगा. स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार इस योजना के तहत सरकारी अस्पताल में भर्ती होने वाले हर मरीज का डाटा (नाम, उम्र, पता, बीमारी, ब्लड ग्रुप, जांच रिपोर्ट, दवाएं आदि) कंप्यूटर के माध्यम […]
सरकारी अस्पतालों में लागू होगा ‘हॉस्पिटल मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम’
जल्द ही झारखंड के सभी सरकारी अस्पतालों में हॉस्पिटल मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम(एचएमआइएस) लागू हो जायेगा. स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार इस योजना के तहत सरकारी अस्पताल में भर्ती होने वाले हर मरीज का डाटा (नाम, उम्र, पता, बीमारी, ब्लड ग्रुप, जांच रिपोर्ट, दवाएं आदि) कंप्यूटर के माध्यम से विभाग के सर्वर में अपलोड किया जायेगा.
इसके बाद यह डाटा सभी सरकारी अस्पतालों को उपलब्ध हो जायेगा. इससे मरीज के इलाज में डॉक्टरों को सहूलियत होगी. स्वास्थ्य विभाग ने इस योजना के लिए 6.31 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है.
सुनील चौधरी
रांची : पहले चरण में हॉस्पिटल मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम(एचएमआइएस) महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर और पीएमसीएच धनबाद समेत सभी 23 जिला अस्पतालों और 12 अनुमंडलीय अस्पतालों में लागू किया जा रहा है. इन जगहों पर ई-हॉस्पिटल की स्थापना की जोयगी. अस्पतालों में कैंपस लैन तथा आइसीटी संरचना की स्थापना की जायेगी. इसके तहत इनडोर में रोगी की चिकित्सा एवं अन्य संभावनाओं पर काम किया जायेगा. बेड और मरीजों की संख्या भी अॉनलाइन पता चल सकेगा कि कहां कितने बेड खाली हैं.
इस संबंध में जारी आदेश में विभाग ने लिखा है कि ग्लोबलाइजेशन के दौर में यह आवश्यक है कि सभी स्वास्थ्य केंद्र एक-दूसरे नेटवर्क के माध्यम से जुड़े रहें. साथ ही अावश्यकतानुसार सभी आंकडे आवश्यक कार्य के लिए उपलब्ध रहें. इससे किसी भी व्यक्ति को सिर्फ एक बार ही अपना पंजीकरण कराने की जरूरत होगी. एक बार पंजीकरण के बाद व्यक्ति की सभी जानकारी तथा मेडिकल रिकार्ड डिजिटल फॉर्म में सभी स्वास्थ्य इकाइयों में उपलब्ध रहेंगे. इससे डॉक्टरों को उसके इलाज में आसानी होगी. इस प्रक्रिया द्वारा प्रत्येक व्यक्ति का इलेक्ट्रोनिक्स हेल्थ रिकार्ड (इएचआर) तथा इलेक्ट्रोनिक्स मेडिकल रिकार्ड(इएमआर) की अवधारणा को पूरा किया जा सकेगा.
क्या है योजना
भारत सरकार की योजना के तहत राज्य में विभिन्न स्तरों पर अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली ई-हॉस्पिटल, अॉनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम(ओआरएस) लगाया जाना है. ई-हॉस्पिटल क्लाउड बेस्ड एचएमआइएस एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है. इसमें अॉनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम एवं ई-ब्लड बैंक शामिल है. इसका विकास एनआइसी द्वारा किया गया है.
इसमें ओपीडी पेशेंट रजिस्ट्रेशन एंड अप्वाइंटमेंट, इमरजेंसी रजिस्ट्रेशन, आइपीडी, बिलिंग, पैथ लैब, रेडियोलॉजी, पैक्स, ओटी मैनेजमेंट, फॉर्मेसी मैनेजमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स मेडिकल रिकाॅर्ड, केयर प्रोविजन, स्टोर एंड इन्वेंटरी, डायट्री सर्विस, लौंड्री सर्विस, बर्थ एंड डेथ रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध होगी. यह सारी जानकारी राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र(एनआइसी) के केंद्रीय सर्वर में रहेगी. ताकि कहीं भी मरीज भर्ती हों तो इसका रिकाॅर्ड तुरंत उपलब्ध हो सके. एनअाइसी क्लाउड बेस्ड परिचालन में तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा.
विभाग का काम क्या होगा
विभाग के स्तर पर एक ई-हॉस्पिटल नोडल अफसर राज्य स्तर पर नामित किया जायेगा, जो एनअाइसी से समन्वय स्थापित करेगा. वहीं, प्रत्येक स्वास्थ्य इकाई स्वयं ई-हॉस्पिटल नोडल अफसर को नामित करेगी, जो दैनिक कार्यकलापों को संपन्न करायेंगे. अस्पताल द्वारा एचएमआइएस के निर्बाध परिचालन के लिए आधारभूत संरचना की पूर्ण व्यवस्था की जायेगी. अस्पतालों में इंटरनेट की सेवा होगी.
एचएमआइएस के बाद अगले चरण में एसएमएस की सुविधा भी प्रदान की जायेगी. इसमें एसएमएस के जरिये मरीजों को दवा की याद दिलायी जायेगी. यह योजना शत प्रितशत लागू हो जाने के बाद गरीब मरीजों को बड़े-बड़े निजी अस्पतालों के समान सुविधाएं मिलने लगेगी. राज्य की बहुत बड़ी आबादी के िलए यह एक वरदान की तरह साबित होगा. उन्हें प्रभावी स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने लगेगी.
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