रांची : भारत सरकार की उच्च स्तरीय टीम ने बुधवार को आरसीएच नामकुम सभागार में आयोजित परिचर्चा और समीक्षात्मक बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत चलाये जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा की. साथ ही स्वास्थ्य कार्यक्रमों को और ज्यादा बेहतर बनाने का सुझाव दिया. दिल्ली से आयी टीम ने पिछले दिनों झारखंड के […]
रांची : भारत सरकार की उच्च स्तरीय टीम ने बुधवार को आरसीएच नामकुम सभागार में आयोजित परिचर्चा और समीक्षात्मक बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत चलाये जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा की. साथ ही स्वास्थ्य कार्यक्रमों को और ज्यादा बेहतर बनाने का सुझाव दिया. दिल्ली से आयी टीम ने पिछले दिनों झारखंड के गुमला, रांची, हजारीबाग और लोहरदगा जिला का निरीक्षण करने के बाद राज्य अधिकारियों को कार्यक्रम के संबंध में विस्तार से बताया.
केंद्रीय टीम का नेतृत्व कर रहे एएस/एमडी (एनएचएम) मनोज झलानी ने फैमिली प्लानिंग, मिशन परिवार विकास, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम, एनयूएचएम, मलेरिया, डेंगू, आरएनटीसीपी, एनएलइपी, एनबीसीएफ, एनपीसीडीसीसीएस, आईडीएसपी कार्यक्रमों की जानकारी ली और महत्वपूर्ण सुझाव दिये. टीम में केंद्रीय अधिकारी डॉ मनोहर अगनानी और डॉ हिमांषु भूषण भी शामिल थे.
नर्सों को अनिवार्य रूप से ट्रेनिंग दी जाये: श्री झलानी ने कहा कि नर्सों की नियुक्ति से पहले अनिवार्य रूप से उन्हें ट्रेनिंग दी जाये ताकि वो बेहतर स्वास्थ्य सेवा दे सकें. साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाये कि अस्पतालों में चिकित्सक जेनेरिक दवा ही लिखें. राष्ट्रीय किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान एनएचएम झारखंड के अभियान निदेशक कृपानंद झा ने बताया कि इस कार्यक्रम में स्कूलों से आंकड़ा इकट्ठा करने में मुश्किल आती है. वहीं एनयूएचएम कार्यक्रम के संबंध में उन्होंने बताया कि कार्यक्रम को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है और चिह्नित जगहों पर कैंप भी आयोजित किये जा रहे हैं.
श्री झा ने बताया कि रांची और धनबाद में कुछ ग्रामीण क्षेत्र शहरी क्षेत्र के अंतर्गत लाये गये हैं इसलिए इन दो जिलों के ऐसे क्षेत्रों में थोड़ी परेशानी आ रही है जिसमें सुधार भी किया जा रहा है. अभियान निदेशक ने केंद्रीय अधिकारियों को मलेरिया कार्यक्रम के संबंध में बताया कि इसे नियंत्रित करने के लिए योजना बनायी गयी है जिस पर अमल किया जा रहा है. वहीं टीबी कार्यक्रम के संबंध में कहा कि टीबी नोटिफिकेशन को और बेहतर बनाने की भी योजना बनायी गयी है जिससे मामलों को आसानी से पहचाना जा सके.
तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के संबंध में श्री झा ने बताया कि इस कार्यक्रम को बड़े स्तर पर जारी किया गया है. विशेषकर स्कूल कॉलेजों में सघनता से अभियान चलाया जा रहा है. एनएचएम में आयोजित समीक्षात्मक बैठक के बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों को कार्यक्रम से संबंधित निर्देश दिये गये. बैठक में अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, निदेशक प्रमुख डॉ सुमंत मिश्रा, राज्य पदाधिकारी आसीफ एकराम के अलावा विभागीय अधिकारी और कार्यक्रमों के परामर्शी उपस्थित थे.