शनिवार को संगम गार्डेन मोरहाबादी में ‘सरना सनातन एक हैं या अलग’ विषय पर आयोजित सेमिनार में कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बयान है कि भारत में रहने वाले सभी हिंदू है. सीएम रघुवर दास का कथन कि सरना सनातन एक-दूसरे के पूरक हैं, लेकिन ये दोनों ही बातें भ्रामक है़ं.
श्री धान ने दोनों में भिन्नताएं गिनाते हुए कहा कि आदिवासी अनार्य हैं, उनका पूजा स्थल सरना है, विवाह के लिए लड़की का हाथ मांगने लड़के वाले उसके घर जाते हैं, पंचों के सामने ग्रामीण विवाह कराते हैं, बच्चे का नामकरण पंचों या बुजुर्गों के सामने चावल गिरा कर किया जाता है, मुख्य पर्व करम और सरहुल हैं, पवित्र दिन बृहस्पतिवार है और इसमें वर्ण व्यवस्था नहीं है़ बैठक में सिदो कान्हू विवि के प्रोवीसी डॉ सत्यनारायण मुंडा, अविभाजित बिहार के पूर्व विस अध्यक्ष देवेंद्रनाथ चंपिया, पूर्व एमएलसी छत्रपति शाही मुंडा, सोमा सिंह मुंडा, विजय कुजूर,विनोद भगत, अजय कच्छप ने भी विचार रखे़