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अब भी अंधविश्वास में रहते हैं मरीज : सुधीर त्रिपाठी
रांची/ गुमला : मुख्यमंत्री रघुवर दास के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने दो दिनों में जमशेदपुर एमजीएम अस्पताल और गुमला सदर अस्पताल का दौरा किया. शुक्रवार को गुमला सदर अस्पताल का निरीक्षण किया और अस्पताल में अब तक मृत बच्चे के मामले की जांच की. निरीक्षण में ड्रेसर […]
रांची/ गुमला : मुख्यमंत्री रघुवर दास के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने दो दिनों में जमशेदपुर एमजीएम अस्पताल और गुमला सदर अस्पताल का दौरा किया.
शुक्रवार को गुमला सदर अस्पताल का निरीक्षण किया और अस्पताल में अब तक मृत बच्चे के मामले की जांच की. निरीक्षण में ड्रेसर रूम, पंजीकरण काउंटर, मेडाल लैब, कुपोषण कक्ष, एसएनसीयू कक्ष समेत अन्य कक्षों का भी जायजा लिया़ डॉक्टरों ने बताया कि मेडाल लैब में रात्रि सेवा नहीं है.
इस पर श्री त्रिपाठी ने मेडाल में कार्यरत युवक को रात्रि सेवा देने का निर्देश दिया़ वहीं मरीज एलेजा एक्का व कोंदा लोहर से भोजन मिलने की बात पूछी़ सचिव ने कहा कि झारखंड में प्रधानमंत्री डायलिसिस योजना के तहत राज्य के 14 जिलों को डायलिसिस भवन के लिए चुना गया था. इसमें गुमला भी शामिल था. लेकिन यहां जगह नहीं होने पर गुमला के स्थान पर सिमडेगा को चुना गया है़ गुमला के लिए डायलिसिस कक्ष के लिए भवन खोजा जा रहा है़ स्थान मिलने पर डायलिसिस सुविधा बहाल की जायेगी. इसमें गरीबी रेखा से नीचे के मरीजों को पीपीपी मोड के तहत नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा है़
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में 850 डाॅक्टरों की कमी है. पद को भरने का काम किया जा रहा है़ उन्होंने कहा कि यहां के मरीजों में जागरूकता की कमी है़ वर्तमान युग में भी मरीज अंधविश्वास में रह रहे हैं. अभी भी झांड़-फूंक करा रहे हैं.
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