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मार्च 2019 तक शिक्षक प्रशिक्षण नहीं करनेवालों की सेवा होगी समाप्त
रांची : राज्य के सरकारी व निजी स्कूल के वैसे शिक्षक जिन्हें इंटर में 50 फीसदी से कम अंक हैं, उन्हें फिर से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करनी होगी. राज्य में लगभग 36 हजार अप्रशिक्षित शिक्षक हैं. इसमें लगभग 30 हजार निजी विद्यालय के शिक्षक हैं. सरकारी विद्यालयों में छह हजार अप्रशिक्षित पारा शिक्षक हैं. […]
रांची : राज्य के सरकारी व निजी स्कूल के वैसे शिक्षक जिन्हें इंटर में 50 फीसदी से कम अंक हैं, उन्हें फिर से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करनी होगी. राज्य में लगभग 36 हजार अप्रशिक्षित शिक्षक हैं. इसमें लगभग 30 हजार निजी विद्यालय के शिक्षक हैं. सरकारी विद्यालयों में छह हजार अप्रशिक्षित पारा शिक्षक हैं.
31 मार्च 2019 तक अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षण पूरा करना होगा. प्रशिक्षण पूरा नहीं करनेवाले शिक्षकों की सेवा स्वत: समाप्त हो जायेगी. अप्रशिक्षित सामान्य वर्ग के शिक्षक के लिए इंटर में 50 फीसदी व अनुसूचित जाति व जनजाति के अभ्यर्थी के लिए 45 फीसदी अंक होना अनिवार्य है. जिन शिक्षकों को इंटर में इससे कम अंक हैं, उन्हें फिर से इंटर की परीक्षा पास करनी होगी. ऐसे शिक्षकों को एनआइओएस के माध्यम से 12वीं की परीक्षा में शामिल होना होगा.
ऐसे शिक्षकों के लिए 12वीं व शिक्षक प्रशिक्षण साथ-साथ चलाया जायेगा. पूर्व में डीएलएड परीक्षा में असफल पारा शिक्षक को फिर से अपना पंजीयन करना होगा. प्रशिक्षण के लिए पंजीयन की प्रक्रिया शुरू है. इस संबंध में एनआइओएस की वेबसाइट www.nios.ac.in से जानकारी प्राप्त की जा सकती है. प्रशिक्षण प्राप्त करनेवाले शिक्षकों के लिए पाठ्य सामग्री तीन अक्तूबर को एनआइओएस के स्वंयम पोर्टल पर उपलब्ध होगा. प्रशिक्षण के लिए प्रथम वर्ष का शुल्क 4500 रुपये है. परीक्षा शुल्क ऑनलाइन जमा लिया जायेगा. परीक्षा में शामिल होने के लिए पंजीयन प्रक्रिया शुरू है. पंजीयन 15 सितंबर तक होगा. किसी भी तरह की परेशानी होने पर शिक्षक एनआइओएस के जिला स्कूल स्थित क्षेत्रीय कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं.
विभाग ने जारी किया दिशा-निर्देश
इंटर में 50 फीसदी से कम अंक और अप्रशिक्षित शिक्षकों के प्रशिक्षण को लेकर स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने दिशा-निर्देश जारी किया है. सभी जिला शिक्षा अधीक्षक को अप्रशिक्षित शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए पंजीयन सुनिश्चित कराने को कहा गया है.
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