रांची: राज्यपाल डॉ सैयद अहमद ने कहा कि अब यहां गरीबों की आवाज नहीं दबेगी, क्योंकि वह लोगों से सीधी तौर पर जुड़ कर बात कर रहे हैं. उनकी समस्याएं सुन रहे हैं. उनका फोन नंबर भी सबके पास है. कोई भी उनसे मिल सकता है. अपनी बात कह सकता है. हर दिन के 11.30 बजे से एक बजे के बीच कोई भी आकर उनके एडीसी से संपर्क कर उन तक पहुंच सकता है.
राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने अपने कर्मियों से कह रखा है कि वे लोगों को इंतजार न करायें. हमें लोगों से मिलायें, ताकि उनकी बातें हम सुन सकें और समस्याओं का हल कर सकें. राष्ट्रपति शासन के चार माह बाद राज्यपाल डॉ अहमद 28 मई को सूचना भवन में पत्रकारों से बात कर रहे थे. वहीं उन्होंने राष्ट्रपति शासन की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि वह और उनकी टीम राज्य के विकास कार्य को गति देने के लिए बेहतर प्रयास कर रहे हैं. लेकिन उनके पास कोई जादुई छड़ी नहीं है, जिससे राज्य की 12 साल की बीमारी का तुरंत इलाज हो सके.
भ्रष्टाचार खत्म किया जाये
राज्यपाल ने कहा कि भ्रष्टाचार समाप्त होने से राज्य का विकास खुद-ब-खुद होगा. भ्रष्टाचार को खत्म किया जाना चाहिए. इसके लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं. भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मियों पर कार्रवाई भी की गयी है. अफसरों से कह दिया गया है कि उन्हें बेहतर काम करना होगा.
ट्रांसफर में पूरी पारदर्शिता बरती
राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि हाल के दिनों में अफसरों के हुए तबादले में पूरी तरह पारदर्शिता व ईमानदारी बरती गयी है. इसमें किसी का कोई इंटरेस्ट नहीं रहा. साफ नीयत से सब कुछ किया गया है. पूरी टीम से सलाह-मशविरा के बाद ट्रांसफर-पोस्टिंग की गयी है.
शिक्षित करेंगे, तो जुल्म खत्म होगा
राज्यपाल ने कहा कि उनका पूरा ध्यान ट्रायबल एरिया पर है. इन क्षेत्रों का विकास बहुत जरूरी है. यह प्रयास किया जा रहा है कि ट्रायबल एरिया में स्कूल जरूर दिखे. वहां के लोगों को शिक्षित करेंगे, तो जुल्म व हिंसा खत्म हो जायेगी. क्योंकि तालिम सबको अच्छा बनाती है.
कर्मी समय से ऑफिस जायें, जिलावार निरीक्षण करूंगा
राज्यपाल ने कहा कि सभी कर्मचारी व अधिकारी समय से कार्यालय पहुंचे और ईमानदारी से काम करें. सारा काम वक्त पर हो. मुङो इसके लिए किसी पर कार्रवाई नहीं करनी पड़े. वे अपने काम को लेकर सचेत भी रहें, क्योंकि मैं जिलावार औचक निरीक्षण पर निकलूंगा. कहीं भी किसी भी दफ्तर पर जाकर निरीक्षण करूंगा. जैसा कि पहले किया है. अगर अफसर व कर्मचारी गायब मिले, तो सस्पेंड व अन्य कार्रवाई करूंगा. मुख्य सचिव सहित अपनी पूरी टीम को औचक निरीक्षण करने के लिए कहा गया है.
हेलीकॉप्टर के बजाय कार से जाना बेहतर
राज्यपाल कहते हैं कि वह हेलीकॉप्टर के बजाय कार से जाना पसंद करते हैं, क्योंकि कार से जाने पर कई मसलों की जानकारी मिलती है. सड़क की स्थिति से लेकर रास्ते में गांवों का हाल लेने में सहुलियत होती है. सब कुछ देख कर जा सकते हैं.
लगा सकता हूं जनता दरबार
उन्होंने कहा कि जनता दरबार लगाने पर विचार करूंगा. हालांकि पहले जहां भी जनता दरबार लगे हैं, वहां इसके रिजल्ट बेहतर नहीं रहे हैं. काम व समस्याएं बढ़ जाती हैं, जिसका ठीक से हल नहीं हो पाता. पर वह इस पर विचार करेंगे.
टीम वर्क की जरूरत
राज्यपाल ने कहा कि राज्य के विकास के लिए टीम वर्क की जरूरत है. अकेले उनके काम करने से नहीं होगा. बल्कि सरकार के सारे तंत्र मिल कर काम करेंगे, तभी विकास होगा.
सारे क्षेत्रों में काम हुए हैं
-गरीबी रेखा से नीचे बसर करनेवाले एसटी/एससी के लोगों के विकास को प्राथमिकता दी है.
– वृद्धावस्था पेंशन के भुगतान पर काम हुए.
-पंचायतों को अधिकार दिलाने का प्रयास हुआ.
-महिलाओं व लड़कियों को सुरक्षा देने पर काम हुए.
-ट्रैफिकिंग रोकने के लिए अभियान चलाया.
-ग्रामीण विद्युतीकरण से गांव-गांव बिजली पहुंचाने का प्रयास.
-केंद्र व राज्य की योजनाओं पर समय से काम कराने का प्रयास.
-अस्पतालों की स्थिति ठीक कराने पर काम हुए.
-जन विरतरण प्रणाली से सबको अनाज दिलाने की दिशा में काम हुए.
-विधि-व्यवस्था सुधरी है.
मौके पर जो थे
राज्यपाल के दोनों सलाहकार मधुकर गुप्ता व के विजय कुमार, मुख्य सचिव आरएस शर्मा, विकास आयुक्त एके सरकार, राज्यपाल के प्रधान सचिव एनएन सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सुधीर प्रसाद, गृह सचिव एनएन पांडेय, ग्रामीण विकास के प्रधान सचिव आरएस पोद्दार, ग्रामीण कार्य विभाग के प्रधान सचिव एसके सत्पथी, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के विद्यासागर, पथ विभाग की प्रधान सचिव राजबाला वर्मा, बिजली बोर्ड के चेयरमैन एसएन वर्मा, पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार आदि.