रांची : राष्ट्रीय स्तर का पहलवान विशाल कुमार वर्मा (19 वर्ष) की मौत जयपाल सिंह स्टेडियम में करंट लगने से हो गयी़ मंगलवार की दोपहर एक बजे स्टेडियम स्थित झारखंड राज्य कुश्ती संघ के कार्यालय से बारिश का पानी निकालने विशाल गया था. मोटर से पानी निकालने के दौरान उसे करंट लगा और वह जमीन पर गिर पड़ा. आनन-फानन में उसे सदर अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. विशाल भुतहा तालाब (चैती दुर्गा मंदिर) मुहल्ला निवासी बसंत राम वर्मा का इकलौता पुत्र था़ .
राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिता में उसने चौथा स्थान प्राप्त किया था. राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में विशाल कई स्वर्ण पदक जीत चुका था और लगातार चार वर्षों से वह चैंपियन था. कुश्ती संघ की ओर विशाल के परिवार को एक लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की गयी है़ झारखंड कुश्ती संघ के महासचिव भोलानाथ सिंह, वॉलीबॉल कोच विश्वनाथ सिंह सहित कुश्ती संघ के अन्य सदस्याें ने सरकार से विशाल के परिजनों को दस लाख रुपये मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की हैै़ मामले की जांच करने कोतवाली पुलिस भी पहुंची़ वहीं खेल मंत्री अमर कुमार बाउरी ने मामले की जांच के आदेश दिये हैं. इस घटना की जांच चार सदस्यीय दल करेगा.
पहलवान अनिकेत की नजर पड़ी : संघ कार्यालय के ऊपर बने कमरे में रहनेवाला पहलवान राहुल कुमार ने बताया कि सबसे पहले पहलवान अनिकेत की नजर विशाल पर पड़ी. उसने देखा कि विशाल के हाथ में तार लिपटा है. उसने टाउन हॉल में व्यायाम कर रहे लोगों को इसकी जानकारी दी. सभी लोग दौड़ते हुए स्टेडियम स्थित कुश्ती संघ कार्यालय के पास पहुंचे़ शीघ्र उसे अस्पताल ले जाया गया. वहीं विशाल के परिजनों को सूचना दी गयी.
टापू में तब्दील हो गया है संघ का कार्यालय : जयपाल सिंह स्टेडियम में मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स बनाया जा रहा है़ चारों ओर से मिट्टी खोद कर छोड़ दी गयी है़ चारों ओर गड्ढा होने के कारण पानी भरा हुआ है. स्टेडियम के पवेलियन में बना कुश्ती संघ का कार्यालय टापू में तब्दील हो गया है़ लोगों ने बताया कि बारिश के पानी के साथ अपर बाजार के नाली का पानी स्टेडियम में आता है़ इस कारण कार्यालय जलमग्न हो जाता है. कार्यालय की स्थिति भी जर्जर है़ वह कभी भी ढह सकता है़ कार्यायल में जाने के लिए रास्ते में ईंटा रखा हुआ है़.
मां व बहनाें की चीत्कार से पूरा मुहल्ला गमगीन,अब हम बहनों की रक्षा कौन करेगा
कुश्ती का राष्ट्रीय खिलाड़ी विशाल कुमार वर्मा घर का इकलौत पुत्र था. चार बहनें बेबी देवी, अर्चना उर्फ मन्नू देवी, अंजु कुमारी व रचना के बाद सबसे छोटा था. विशाल की करंट से मौत के बाद बहनाें की चीत्कार से पूरा मुहल्ला गमगीन हो गया था़ बहनें एक ही बात कह रही थीं कि अभी सोमवार को ही रक्षा बंधन का त्योहार बीता है़ वह हम बहनों की रक्षा की बात कहता था़ बोलता था कि कोई हमारी बहनों की तरफ आंख उठा कर देख ले, तो उसकी खैर नहीं है़ कुश्ती में पहलवानों को पटखनी देते हैं. मेरी बहन की ओर आंख उठाने वाले पांच लोगों को तो अकेले देेख लूंगा. अब हमारी रक्षा के लिए कौन आयेगा़ अगले साल से हम बहनें राखी किसे बांधेंगी.
कार्यालय के ऊपर के कमरे में रहते हैं कुश्ती में भाग लेने वाले सदस्य
जयपाल सिंह स्टेडियम में बने कार्यालय के ऊपर में कई कमरे हैं. जिसमें राहुल, अनिकेत, जयप्रकाश सिंह, अक्षय साेनी, अतुल आदर्श अादि रहते हैं. उनलोगों ने बताया कि विशाल भैया काफी अच्छे व्यक्ति थे़ हमें काफी टिप्स देते रहते थे़ उनलोगों ने बताया कि कार्यालय के ऊपर रहने में काफी परेशानी हाेती है़ इतने दिनों से पानी बरसने के कारण पूरा पानी भरा हुआ है़ भवन जर्जर है, कभी भी कुछ हो सकता है़ सरकार को कार्यालय के लिए दूसरा भवन देना चाहिए़