श्री मरांडी ने कहा है कि 13 दिसंबर 2001 को आतंकवादी हमले के दौरान उक्त होमगार्ड की जवान संसद भवन परिसर में ड्यूटी कर रही थी़ आतंकवादियों की एक गोली उसकी कमर में और एक गोली पैर में लगी. बावजूद इसके भारत सरकार की ओर से उसे किसी प्रकार की मदद नहीं मिली़ श्री मरांडी ने बताया कि उक्त महिला दिल्ली के किसी पुलिस पदाधिकारी के घर पर खाना बना कर व झाड़ू-पोछा कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही है़ इस महिला पुलिसकर्मी की बहादुरी व कार्य क्षमता को देखते हुए इन्हें उचित सम्मान और रोजगार देने की पहल सरकार को करनी चाहिए़.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि महिला की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर इस पर सहानुभूति पूर्वक विचार होना चाहिए़ श्री मरांडी ने इस संबंध में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी पत्र लिखा है़ पत्र में श्री मरांडी ने महिला जवान का नाम राधा चौहान (पुराना लोहा पुल, टी- 155 झुग्गी, सेनिया गांधी कैंप, पुलिस बैरक के पास) बताया है़.