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आंदोलन का साइड इफेक्ट: धरना स्थल बना राजभवन चौराहा
रांची. राजभवन चौराहा का एक हिस्सा पिछले 65 दिनों से बंद है. यहां बिजली विभाग के दैनिक कर्मी आंदोलन कर रहे हैं. इस कारण कचहरी चौक से कांके रोड की ओर जानेवाली सड़क बंद हो गयी है. इसकी वजह से पीक आवर में कचहरी चौक से रातू रोड चौराहे तक जाम लग जाता है. मंगलवार […]
रांची. राजभवन चौराहा का एक हिस्सा पिछले 65 दिनों से बंद है. यहां बिजली विभाग के दैनिक कर्मी आंदोलन कर रहे हैं. इस कारण कचहरी चौक से कांके रोड की ओर जानेवाली सड़क बंद हो गयी है. इसकी वजह से पीक आवर में कचहरी चौक से रातू रोड चौराहे तक जाम लग जाता है. मंगलवार को बिजली कर्मियों के अतिरिक्त कृषि विभाग के कृषक मित्रों और अात्माकर्मियों का एक दिवसीय आंदोलन भी हुआ. कृषक मित्र भी यहां अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गये.
आत्माकर्मी : समान काम के बदले समान वेतन की मांग
कृषि विभाग में काम करनेवाले राज्य भर के आत्माकर्मियों ने मंगलवार को राजभवन के समक्ष धरना दिया. वे समान काम के बदले समान वेतन की मांग कर रहे थे. कर्मियों ने राज्यपाल के नाम नौ सूत्री मांग पत्र सौंपा. इसमें सरकार से सातवां वेतन का लाभ देने, आत्माकर्मियों के समायोजन, पीएफ, एचआरए, टीए, डीए आदि का लाभ देने की मांग की गयी है. साथ ही विभागीय रिक्तियों में आयु सीमा की छूट देने, नियमित मानदेय का भुगतान करने, महिलाओं को अन्य विभागों की तरह मातृत्व अवकाश देने, दुर्घटना एवं अन्य लाभ देने व सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा 65 साल करने की मांग की गयी है. इस मौके पर मौजूद वक्ताओं ने कहा कि कृषि विभाग के सभी काम आत्माकर्मी कर रहे हैं. इसके बावजूद उन्हें जो सुविधाएं मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल रही हैं. अधिकारी प्रताड़ित करते हैं. समय से वेतन का भुगतान भी नहीं होता है. इस मौके पर मोती लाल रजक, राजन मिश्र, बंधु उरांव, मोहन प्रजापति, अंजु श्रीवास्तव, मो अफरोज अंसारी, महेश राम, बिंदु कुमार, निखत परवीन, संजय कुमार, अमित कुमार, शोषण कुजूर आदि मौजूद थे.
कृषक मित्र : मानदेय बढ़ाने की मांग पर आंदोलन
राजभवन के सामने कृषक मित्रों का आमरण अनशन मंगलवार से शुरू हो गया. कृषक मित्र मानदेय बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. करीब दो माह से कृषक मित्र आंदोलनरत हैं. राजभवन के सामने आमरण अनशन के पहले दिन कृषक मित्रों ने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर विचार करने के बजाय डरा रही है, लेकिन इससे वे डरनेवाले नहीं है. मंत्री ने भी कई बार आश्वासन दिया, लेकिन मांगे पूरी नहीं की गयी. अब आंदोलन जारी रहेगा. कृषक मित्र कृषि विभाग का कोई काम नहीं करेंगे.
बिजलीकर्मी : 65 दिनों से चल रही है भूख हड़ताल
राजभवन के सामने झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के कर्मी पिछले 65 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. वे यहां अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. झारखंड विद्युत सप्लाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष भानु कुमार ने कहा है कि नौ मई से राज्य के करीब तीन हजार दैनिक मजदूर हड़ताल पर हैं. राज्य की बिजली व्यवस्था चरमरायी हुई है. इसके बावजूद राज्य सरकार इनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं कर रही है. कई मजदूर 15 वर्षों से अस्थायी रूप से काम कर रहे हैं. उनकी मांगों पर भी विचार नहीं किया जा रहा है. कर्मी स्थायी करने की मांग कर रहे हैं. इस मामले को लेकर विभागीय अधिकारियों ने बात भी की. लेकिन कर्मी मांगों के पूरा नहीं होने तक आंदोलन करने का दावा कर रहे हैं.
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