रांची: झारखंड के सरकारी कर्मचारियों के वेतन से आयकर के रूप में काटे गये करीब 1200 करोड़ रुपये झारखंड के खाते में जमा नहीं हुए. इस जमा राशि की खोजबीन करने के बाद पिछले वित्तीय वर्ष से इसे झारखंड आयकर के खाते में जमा किया जा रहा है.
राज्य सरकार के कर्मचारियों, केंद्र व राज्य के लोक उपक्रमों और निजी संस्थाओं के कर्मचारियों के वेतन से काटे गये आयकर की राशि को झारखंड आयकर के खाते में जमा करने का प्रावधान है. राज्य गठन और आयकर सर्किल के विभाजन के बाद से केंद्र व राज्य के उपक्रमों सहित अन्य निजी संस्थाओं के कर्मचारियों के वेतन से की गयी कटौती संबंधित संस्थाओं द्वारा सीधे झारखंड आयकर के खाते में जमा किया जाता है. राज्य सरकार के कर्मचारियों व अधिकारियों के वेतन से आयकर की कटौती कोषागार के माध्यम से की जाती है.
कोषागार के माध्यम से काटी गयी राशि महालेखाकार के माध्यम से होते हुए केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड(सीबीडीटी) के जोनल अकाउंट ऑफिस भेजी जाती है. जोनल अकाउंट ऑफिस उसे संबंधित राज्य के आयकर के खाते में जमा करता है. राज्य विभाजन के बाद झारखंड आयकर सर्किल बनाया गया. हालांकि, यहां सीबीडीटी का जोनल अकाउंट ऑफिस नहीं बना. इससे सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों के वेतन से आयकर के रुप में की गयी कटौती की राशि बिहार के जोनल अकाउंट ऑफिस को भेजी जाती रही. पिछले पांच वर्षों के दौरान इस मद में काटे गये 931.37 करोड़ रुपये बिहार जोनल अकाउंट ऑफिस को भेजा गया. राज्य गठन के बाद से यह रकम करीब 1200 करोड़ रुपये आंकी गयी है.
आयकर अधिकारियों द्वारा इस राशि की खोज बीन की जा रही है. हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह रकम बिहार आयकर या केंद्र सरकार के राजस्व से जुड़े किस खाते में जमा हुई. राशि की खोजबीन शुरू किये जाने के बाद से इसे झारखंड आयकर के खाते में जमा कराया जा रहा है. वित्तीय वर्ष 2012-13 में इस मद से करीब 230 करोड़ रुपये झारखंड आयकर के खाते में जमा कराये गये. साथ ही अब नियमित रूप से इसे झारखंड के खाते में जमा कराये जाने की व्यवस्था की गयी है.