रांची: मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षा 2017 की समीक्षा को लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने कमेटी बनायी है. कमेटी वर्ष 2017 के रिजल्ट की समीक्षा के साथ-साथ इसे और बेहतर कैसे बनाया जाये, इस पर मंथन कर विभाग को रिपोर्ट देगी. माध्यमिक शिक्षा निदेशक चंद्रशेखर को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि माध्यमिक […]
रांची: मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षा 2017 की समीक्षा को लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने कमेटी बनायी है. कमेटी वर्ष 2017 के रिजल्ट की समीक्षा के साथ-साथ इसे और बेहतर कैसे बनाया जाये, इस पर मंथन कर विभाग को रिपोर्ट देगी. माध्यमिक शिक्षा निदेशक चंद्रशेखर को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि माध्यमिक उप शिक्षा निदेशक अरविंद कुमार झा को कमेटी का सदस्य सचिव बनाये गये हैं.
दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशक एएन ठाकुर, बोकारो के जिला शिक्षा पदाधिकारी महीप कुमार सिंह, रांची के जिला शिक्षा पदाधिकारी रतन कुमार महावर को कमेटी का सदस्य बनाया गया है. इसके अलावा क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशक द्वारा मनोनीत दो प्लस टू हाइस्कूल के प्राचार्य को कमेटी का सदस्य बनाया जायेगा. कमेटी को एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया है.
उल्लेखनीय है कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा काफी प्रयास किये जाने के बाद भी मैट्रिक व इंटर के रिजल्ट में आशा के अनुरूप सुधार नहीं हो रहा है. इंटर साइंस के रिजल्ट में इस वर्ष लगभग छह फीसदी की कमी आ गयी.
गोड्डा, लातेहार व सिमडेगा डीइओ को नोटिस
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने मैट्रिक के खराब रिजल्ट के लिए तीन जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. विभाग ने गोड्डा के जिला शिक्षा पदाधिकारी मोहन चांद मुकिम, लातेहार डीइओ निरजा कुजूर व सिमडेगा की डीइओ निरू पुष्पा टोप्पो को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. तीनों जिलों के डीइअो से 12 जून तक कारण बताओ नोटिस का जवाब देने को कहा गया है. डीइओ से पूछा गया कि रिजल्ट में सुधार को लेकर उनके द्वारा किया प्रयास किया गया. रिजल्ट में कमी के लिए क्यों न अनुशासनिक कार्रवाई की जाये.
नेतरहाट के प्राचार्य को शोकॉज
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने नेतरहाट आवासीय विद्यालय के प्राचार्य को विद्यालय के खराब रिजल्ट के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है. विद्यालय के रिजल्ट में लगातार गिरवाट आ रही है. इस वर्ष तृतीय श्रेणी से परीक्षा पास करनेवाले विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. विद्यालय के प्राचार्य को भी 12 जून तक खराब रिजल्ट पर अपना पक्ष रखने को कहा गया है.