रांची: राजधानी रांची में मंगलवार दोपहर करीब 1:30 बजे से झमाझम बारिश शुरू हुई. करीब घंटे भर हुई यह तेज बारिश एक ओर गरमी से जूझ रहे शहरवासियों के लिए राहत बनकर आयी, वहीं दूसरी ओर कई इलाकों के लिए आफत भी बन गयी.
बारिश हल्की होने के बाद जब लोग घरों से बाहर निकले, तो उनका सामना जल-जमाव से हुआ. शहर की कई सड़कें और गली-मोहल्लों में घुटनों तक पानी जमा हो चुका था. कुछ इलाकों में बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया. इसमें उन नालियों का पानी भी शामिल था, जिनकी सफाई रांची नगर निगम ने महीनों से नहीं करायी है. बारिश रुकने के करीब तीन घंटे बाद तक कई इलाकों में बारिश का पानी जमा रहा.
सड़कों पर आया कचरा
बारिश का पानी जब नालियों में गिरा, तो उनमें महीनों से जाम कचरा बारिश के पानी के साथ निकल कर सड़कों पर बहने लगा. मेन रोड में डेली मार्केट से लेकर एकरा मसजिद चौक तक, कचहरी रोड में गोपाल कॉम्प्लेक्स के समीप से जयपाल सिंह स्टेडियम तक, डिस्टिलरी सब्जी मंडी के नालियों का गंदा पानी डिस्टिलरी पुल तक बह रहा था. पटेल चौक के समीप तो बारिश की पानी सड़क पर ही जमा हो गया था, जिससे सड़क तालाब जैसी दिख रही थी. शाम पांच बजे तक शहर की विभिन्न सड़कों पर जल-जमाव की स्थिति बनी रही. काफी देर बाद सड़कों से पानी का जमाव थोड़ा कम हुआ.
घरों में घुसा पानी
झमाझम हुई इस बारिश के कारण शहर के कई मोहल्लों में बारिश का पानी घरों में भी घुस गया. इसमें हिंदपीढ़ी नाला रोड, गौशाला चौक के समीप, मधुकम, आजाद बस्ती, खेत मोहल्ला, किशोरगंज, नउवा टोली, धुमसा टोली, करमटोली में कई घरों में बारिश का पानी घुस गया. कुछ ऐसी ही स्थिति बिरसा चौक के समीप के मोहल्ले की भी थी. यहां भी बारिश का पानी से मोहल्ले के सभी घरों में बारिश का पानी घुस गया. वहीं, कांटाटोली स्थित वाइएमसीए कार्यालय में तो कमर तक बारिश का पानी घुस गया.
अांधी-पानी से बड़े इलाके की बिजली गुल
रांची. राजधानी में मंगलवार दोपहर बारिश के दौरान चली तेज हवा के कारण पेड़ गिरने, तार टूटने और अन्य तकनीकी गड़बड़ियों की वजह से बड़े इलाके की बिजली गुल हो गयी. वहीं, बिजली चमकने और तेज हवा के मद्देनजर कई सब स्टेशनों एक घंटे तक बिजली बंद कर दी गयी थी.
तेज हवा से कुसुम विहार इलाके में पेड़ गिर गया, हरिहर सिंह रोड व चुटिया राम मंदिर इलाके में बिजली का तार टूट गया, जबकि बड़गाई में पिन इंश्यूलेटर खराब हो गया. इससे बिजली आपूर्ति घंटों बाधित रही. कुसई सब स्टेशन के टीआरडब्ल्यू फीडर से उपभोक्ताओं को दोपहर 2:10 बजे से 3:25 बजे तक बिजली नहीं मिली. कुसई फीडर से दोपहर 3:25 से शाम 7:00 बजे तक कई बार बिजली आती-जाती रही. मेकन सब स्टेशन, बिरसा फीडर, एयरपोर्ट सब स्टेशन आैर कोकर शहरी सब स्टेशन के विभिन्न फीडरों घंटों बिजली बाधित रही.
40 मिमी हुई बारिश 50 नीचे आया पारा
रांची. राजधानी में मंगलवार को करीब 40 मिमी बारिश हुई. नतीजतन, राजधानी का अधिकतम तापमान करीब पांच डिग्री सेल्सियस गिर गया. इससे शहरवासियों को गरमी से राहत मिली. इससे पहले सोमवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के पार था, जबकि मंगलवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि राजधानी और आसपास के इलाकों में आनेवाले कुछ दिनों तक इसी तरह की स्थिति रहेगी. मॉनसून से पूर्व की वर्षा है. दो-तीन दिनों में पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में मॉनसून की बारिश हो सकती है. झारखंड में 12 से 15 जून के आसपास मॉनसून की बारिश शुरू होने का अनुमान है.
चाईबासा रहा सबसे गरम : राज्य में चाईबासा का तापमान सबसे अधिक रिकार्ड किया गया. मंगलवार को यहां का अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं जमशेदपुर का पारा 37.1, डालटनगंज का पारा 33.6 और बोकारो का पारा 33.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विज्ञान विभाग ने अगले कुछ दिनों तक तापमान इसी तरह रहने का पूर्वानुमा किया है.