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ग्रामीण व पीसीसी के सदस्यों ने वाशरी का कार्य ठप कराया

केदला : सीसीएल की केदला बसंतपुर वाशरी के प्रबंधन द्वारा सीएसआर फंड से बसंतपुर गांव में दो साल में कोई काम नहीं होने से नाराज ग्रामीण व पीसीसी के सदस्यों ने सोमवार को वाशरी को संपूर्ण कार्य ठप कर दिया. कामगार पूर्व की तरह काम पर आये, लेकिन हाजिरी बना कर परियोजना में बैठे रहे. […]

केदला : सीसीएल की केदला बसंतपुर वाशरी के प्रबंधन द्वारा सीएसआर फंड से बसंतपुर गांव में दो साल में कोई काम नहीं होने से नाराज ग्रामीण व पीसीसी के सदस्यों ने सोमवार को वाशरी को संपूर्ण कार्य ठप कर दिया.

कामगार पूर्व की तरह काम पर आये, लेकिन हाजिरी बना कर परियोजना में बैठे रहे. इधर आंदोलनकारी अपनी मांग को लेकर चेक पोस्ट के समीप डेटे हुए थे. वाशरी चेक पोस्ट के पास सैकड़ों ट्रक व डंपर की कतार लगी रही. बाद में आश्वासन के बाद वाशरी में काम शुरू हुआ.

मौके पर क्षेत्रिय सलाहकार समिति के सदस्य खुशी लाल महतो व पीसीसी के सदस्य फरहरी महतो ने बताया कि कैपिटल फंड से बसंतपुर गांव में विकास कार्य के लिए पचास लाख रुपये आये थे, लेकिन सिविल विभाग के अधिकारी के कारण यह फंड अटक गया. इस फंड को बचाने में अभी प्रबंधन के पास समय है. इसके बाद भी प्रबंधन मौन है. ग्रामीणों को पचास लाख की फंड की जगह पर मात्र पंद्रह लाख का फंड देने के लिये तैयार है, जिसका ग्रामीण व पीसीसी के सदस्य विरोध कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि पंद्रह दिन के अंदर में परियोजना के पीओ विजय कुमार के साथ सीएसआर फंड को लेकर ग्रामीण व पीसीसी के सदस्य के साथ दो बार बैठक हो चुकी है. दोनों बार पीसीसी की बैठक को बहिष्कार कर दिया गया है. ग्रामीण व पीसीसी के सदस्य पचास लाख का फंड देने, प्रबंधन द्वारा एक पानी टैंकर व कामगारों की ओटी के कामों को पूरा पैसा के भुगतान की मांग की जा रही है. सीसीएल द्वारा पानी का बड़ा टैंकर नहीं दिया गया, जिसके कारण वाशरी से लेकर गांव तक ठीक से पानी का छिड़काव नहीं सका. वहीं कामगरों को अन्य वाशरी के अपेक्षा ओटी का पैसा पूरा नहीं भुगतान होता है. इसको लेकर कामगरों में हमेशा नाराजगी बनी रहती है.

उन्होंने कहा कि इन मांगों जब तक पूरा नहीं किया जायेगा, तक तक वाशरी का संपूर्ण कार्य अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेगा. आंदोलन में मुख्य रूप से बसंतपुर पंचायत के मुखिया निर्मल महतो, पूर्व मुखिया राजलाल महतो, पीसीसी के सदस्य बीएन सिंह, अजय राम, अजय कुमार, बीएन चौधरी, हीरा यादव, ग्रामीण की ओर से किशुन महतो, बोधनाथ महतो, हेमाल महतो, प्रयाग महतो, भीम महतो, बीमल महतो, रूपलाल महतो, बसंत नारायण महतो, वकील महतो, मंगर महतो, सन्नी कुमार महतो, हीरामण महतो, सोनू महतो, प्रभु महतो, कालेश्वर महतो, बल्कू महतो, भोला महतो, प्रभु महतो शामिल थे.

वार्ता के बाद आंदोलन टला

बंद के दौरान परियोजना के पीओ कार्यालय में प्रबंधन, पीसीसी के सदस्य व ग्रामीणों की वार्ता हुई. इस मौके पर पीसीसी के सदस्य व ग्रामीणों ने प्रबंधन के समक्ष पचास लाख रुपये फंड से बनने वाले चेक पोस्ट से बसंतपुर गांव तक की सड़क बनाने, पानी टैंकर की व्यवस्था कराने व कामगारों को ओटी का पूरा पैसा देने की मांग की. लंबी मीटिंग के बाद दरभंगा हाउस से आयी टीम के अधिकारी सीनियर मैनेजर प्रिंस रंजन व अन्य ने आश्वासन दिया.

पचास लाख के फंड से ही गांव की सड़क बनायी जायेगी. उसका प्रोपोजल तीन दिन के अंदर रांची दरभंगा हाउस भेज दिया जायेगा.तीन माह के अंदर ही सड़क का काम चालू हो जायेगा. वहीं पीओ विजय कुमार ने कहा कि पानी के टैंकर का मामला परियोजन स्तर पर ही हल कर दिया जायेगा. प्रबंधन के अाश्वासन के बाद ग्रामीण व पीसीसी के सदस्यों ने आंदोलन को वापस लिया. इसके बाद नौ घंटे बाद वाशरी का संपूर्ण कार्य चालू हुआ. वार्ता में सीसीएल प्रबंधन, पीसीसी व ग्रामीण शामिल थे.

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